
प्राय ऐसा देखा गया है कि 40 -45 वर्ष से ज्यादा उम्र के स्त्री-पुरुष अपना चश्मा,चांबिया रखकर भूल जातें हैं? वें कार्यालय अथवा अन्य स्थान पर खुद के द्वारा नियत किये गये अपॉइंटमेंट को ही भूल जाते हैं यहाँ तक कि उन्हें पुराने परिचित का चेहरा तो याद रहता है किन्तु उनका नाम वे अक्सर भूल जाते हैं?भूलने का मुख्य कारण स्म्रति के कमजोर हो जाने एवं एकाग्रता की कमी कि वजह से होता है।अधिकतर समस्या रिकाल करने में होती है,क्योंकि हमारे दिमाग को रिकाल प्रोसेस के लिए जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है उनकी हमारे शरीर में कमी हो जाती है अच्छी स्म्रति के लिये उत्तम स्वास्थ्य और दिमाग (ब्रेन) की सक्रियता आवश्यक है |मनुष्य के दिमाग मे प्रोढ़ या वर्द्धा अवस्था में भी स्वीकार करने एवं समयानुसार अपने को बदलने की अद्दभुत क्षमता होती है,इस क्षमता को न्यूरोप्लातिसिटी (NEUROPLASTICITY) कहते हैं,सही प्रोत्साहन या(स्तिमुलेशन) stimulation से हमारा मष्तिष्क नये न्यूरल पाथवे (तंत्रिकातन्त्र) खोज लेता है जिससे वे परिस्थती को भी बदल करन नये मार्ग भी ढूढ़ लेता है |
स्म्रति-मेमोरी को परिष्क्र्त(बढ़ाने) करनेवाले कुछ उपयोगी आहर———
इन खाद्य पदार्थों मे कई एंटीओक्सिडेंट होते हैं,येएंटीओक्सिडेंट “oxidants”नामक हानिकारक यौगिकों नष्ट करते हैं एवं लाभकारी,प्राकृतिक रसायनों को उत्पन्न कर मस्तिष्क की रक्षा भी करते हैं|इन खाद्य पदार्थों मे से अधिकांश मे महत्वपूर्ण विटामिन और उत्तम स्वास्थ्य निर्माण के लिए आवश्यक पोषक तत्व मोजूद होते हैं।
बादाम या बादाम का मिल्क शेक—
मानसिक परिश्रम करने वालों के लियेबादाम का मिल्क शेकउपयोगी होता है,मानसिक कार्य करने वालोंको चाहिए कि वे8-10 बादाम को पानी में रात भर भिगोये रक्खे और सुबह इनकोछील पेस्ट बना लें,इस पेस्ट को एक गिलास दूध में मिलाएं,इसमें3चम्मच शहद भी डालें। दूध जब हल्का गर्म हो जाए तब इसे उतारकर पीएं। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न लें।15 से-40दिनों के लिए मिल्क शेक प्रति दिन लगातार पियें, आपकी याददाश्त की स्थिति में अवश्यंभावी सुधार होगा।
अखरोट—–
अखरोट में एंटी-ऑक्सीडेंटस होते हैं, दिन में कम से कम सात अखरोट खायें,अखरोट बीमारियों को दूर भगाता है और साथ ही साथकोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करता है। अखरोट स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक है।20ग्राम अखरोट और साथ में10ग्राम किशमिश या अंजीर रोजाना लें।
सेब—–कम ही लोग जानते हैं सेब में पाया जाने वाला पेक्टिन विशेष फाइबर होता है। यह इम्यून सपोर्टिव प्रोटीन्स के स्तर को बूस्ट करता है इसलिए दिनभर में एक सेब आपको कई बीमारियों से बचा सकता है।रोज सेब का सेवन करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है
Blueberries (ब्लुबेर्रिएस):—ब्लुबेर्रिएस भी दिमाग की कार्य क्षमता मे व्रद्धी करती है एवं आपकी मेमोरी को बडाता भी है|
सोया:—लन्दन के प्रोफेसर सान्द्र फाइल के अनुसार सोया मे उपस्थित लाभकारी रसायन मेमोरी बड़ाने में सहायक होते हैं |सोया का सेवन हम सोया दूध,सोया पनीर अथवा वे चीजें जिनमे सोया होता के रूप मे कर सकते हैं |
एक ताजा अध्ययन में डार्क चॉकलेट (जिसमेflavonolsपायाजाता है ) को भी स्म्रति बड़ाने हेतु उपयोगी पाया गया है |
अंगूर का रस भी दिमाग को स्वस्थ और चुस्त रखने मे उपयोगी है |
चबाने वाली चुन्गम भी मूड को सुधारने में कारगार होती है |
एक अध्ययन के अनुसार दूध का एक गिलास स्मृति बड़ाने मे सहायक होता है | कुछ लोग कहते हैं कि प्रति दिन नास्ते में एक अंडा खाना भी उपयोगी होता है |
खनिज:—-शोधकर्ताओं के अनुसार शरीर मे आयरन की कमी से रक्त का हीमोग्लोबिन कम हो जाता है एवं इससे दिमाग मे ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है और इससे अन्य बीमारियों के साथ मेमोरी भी प्रभावित होती है |. आयरन के अलावा अन्य खनिज जैसे—जिंक, मेग्नेसियम आदि भी मेमोरी बड़ाने के लिये उपयोगी हैं |
विटामिन B:–
विटामिन B एक तरफ मष्तिष्क को ऑक्सीजन प्रोवाइड करता है, वहीं दूसरी तरफ फ्री रेडिकल्स के दुष्परिणामों से दिमाग को बचाता है और दिमाग के सेंसेस एवं स्म्रति को भी बडाता है | विटामिन B3 (नियासिन)मस्तिष्क को परिष्क्र्त रखता है,जबकि विटामिन B6 न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन मे सहायता करता है,विटामिन B12 ब्रेन सेल (कोषिकाओं) कों स्वस्थ रखता है
कॉफी
शोधकर्ताओं के मतानुसारजो लोग सुबह कॉफी पीते हैं,वे कॉफी न पीने वालों की तुलना में अधिक फुर्ती से अपने कार्य निपटा लेते हैं। यदि आप दोपहर में भी चुस्त रहना चाहते हैं तो कॉफी का सहारा लेवें। शोधकर्ता ने बताया- कैफीन मस्तिष्क के उन हिस्सों को क्रियाशील करती हैं,जहां से व्यक्ति की सक्रियता,मुड और ध्यान नियंत्रित होता है।
मछली—-
मछली को दिमाग का आहार माना जाताहैक्योंकि उसमें ओमेगा3फैटी एसिड्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते है। ओमेगा3फैटी एसिड्स मष्तिष्क के लिए बहुत जरुरी हैं एवं इनके सेवन से आपका दिमाग तेज होता है स्मरण शक्ति बहुत हद तक बढ़ जाती है। मछली का तेल इन्हीं ओमेगा3फैटी एसिड्स से प्राप्त किया जाता है जो ब्रेन टॉनिक का काम करता है। यह तेल प्राकृतिक रूप से आपकी स्मरण शक्ति कमजोर होने से रोकता है साथ ही साथ आपकी एकाग्रता,बुद्धिमता,तर्क करने की शक्ति इत्यादि को भी बढ़ाता है।
ब्राह्मी–
ब्राह्मीदिमागी शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है । कमजोर याददाश्त को बुढ़ापे की निशानी माना जाता है,लेकिन बार-बार भूलने की समस्या केवल बूढ़े लोगों के साथ ही नहीं बल्कि जवान लोगों के साथ भी होती है।ब्राह्मी का एक चम्मच रस नित्य पीना लाभदायक है। इसके7पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ये दिमाग की शक्ति के घटने पर रोक लगाता है।
अलसी या अलसी का तेल—
अलसी में भी ओमेगा3फैटी एसिड्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से भी मछली के तेल जितना हीं फायदा मिलता है। अलसी का तेल एकाग्रता बढ़ाता है,स्मरण शक्ति तेज करता है तथा सोचने समझने की शक्ति को भी बढ़ाता है। शाकाहारी अलसी का नियमित सेवन कर सकते हैं |
रोज मैरीतेल (दोनी तेल )—-
जब कभी भी प्राकृतिक तरीकों से स्मरण शक्ति बढ़ाने की बात होती है,तब रोजमेरी तेल का नाम सबसे पहले आता है। इस तेल को दौनी के पत्तों से निकाला जाता है जिसमें बहुत हीं औषधीय गुण होते हैं। इसमें मष्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के गुण होते हैं जिसकी वजह से इसे ब्रेन टॉनिक भी कहा जाता है। इसके तेल का उपयोग स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए शताब्दियों से किया जाता रहा है। इसकी तीखी खुशबू की वजह से लोग इसे खाना पकाने के काम में भी लाते हैं। इसकी खुशबू के कारण इसे सुगंध चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तीखी खुशबू आपके मष्तिष्क को उत्प्रेरित करती है जिसकी वजह से आपके दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है। जिनकी वजह से आप अपने काम पर अच्छी तरह से ध्यान लगा पाते हैं।आप प्रति दिन 1या 2 बार इसका उपयोग करें |
Rhodiola Rosea.((र्होड़ोलारोसा):—
Rhodiola Rosea भी मेमोरी बड़ाने के लिये सर्वोतम वनस्पतियों मे से एक वनस्पति है, कुछ लोग इसे आरोन’स रोड,रोसरूट अथवा गोल्डन रूट के नाम से भी जानते हैं, यह अवसाद (डिप्रेशन) को दूर करने एवं मेमोरी बड़ाने के काम आती है |
Bacopa(बकोपा):—
बकोपा भी एक लाभकारी वनस्पति है जो मेमोरी को बड़ाने के लिये अत्यन्त उपयोगी पाया गया है|
Periwinkle (पेरिविन्क्ले):–
Periwinkle यह वनस्पति खून को पतला बनाती है जिससे ब्रेन में खून का प्रवाह बड़ता है और ब्रेन को अधिक मात्रा मे ऑक्सीजन मिलती है जिससे स्म्रति भी परिष्क्र्त होती है |
बाबा-(ऋषि) तेल——–
ऋषि (बाबा) तेल यह जडीबुटी भी कमजोर स्म्रतिके उपचार हेतु एक घरेलू उपाय है,सूखे ऋषि पत्तों को एकत्रित कर उसकी चाय बनाएं,इस हर्बल चायको 30 से 45 दिनों तक पियें यह जडीबुटी मानसिक थकावटको दूर करती है वहीं आदमी की ध्यान करने की क्षमता को भी मजबूत करती है एवं स्म्रतिको बड़ाने मे भी सहायक होती है|
गिन्क्गोबिलोबा (GINKGO BILOBA)
यह दुनिया की प्राचीनतम वनस्पति है,कहते है कि यह मस्तिष्क मे ऑक्सीजन और रक्त के प्रवाह को बडाता है और हानिकारक रसायन ‘फ्री रेडिकल्स’ को नष्ट अथवा कम करता है,इससे मेमोरी बड़ाने मे मदद मिलती है |
दालचीनी या दालचीनी का तेल—
दालचीनी या दालचीनी का तेल भी स्मरण शक्ति बढ़ाने में काफी प्रभावकारी होता है। यह तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जिसकी वजह से आपका मष्तिष्क तेजी से काम करता है। यह तेल दिमाग को ठंडक पहुंचाता है। यह तेल दिमाग को ठीक करते हुए आपकी
स्मरण शक्ति को बढ़ाता है हरी चाय या ग्रीन टी——
हरी चाय एक स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ है। वैज्ञानिकों को मिले साक्ष्य के अनुसार यह मस्तिष्क के लिए लाभदायक होती है। वैज्ञानिकों ने इसमें ऐसे रासायनिक तत्व पाए हैं जो मस्तिष्क की कोशिका के उत्पादन,स्मृति में सुधार के साथ-साथ सीखने की क्षमता को भी परिष्क्र्त करते हैं।
आयुर्वेदिक जडीबुटीयों से निर्मित चाय पीयें—-
आयुर्वेद में स्म्रति को बड़ाने वाली जडीबुटीयों को अलग से ‘मेधा’ श्रेणी मे वर्गीक्रत किया गया है यथा जटमासी ,ब्राह्मी,: भृंगराज, शंकपुशपी|इन चारो जडीबुटी को मिलाकर इस मिश्रण की एक चम्मच को पानी में डालकर 10 मिनट तक उबाले और फिर खाली पेट दिन में दो बार पियें|
जंक फ़ूड स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक है ही किन्तु जंक फ़ूड मेमोरी को भी दुष्प्रभावित करता है, अत: जंक फ़ूड के सेवन से बचें |
-जे. के. गर्ग