(अटलजी के 93वें जन्म दिवस पर समस्त भारतियों दुवारा उनके शतायु होने एवं स्वस्थ रहने के कामना के साथ) Part 2

अटलजी भी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में प्रमुख नेताओं में थे | उन्होंने लम्बे समय तक पत्रकारिता करते हुए राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि का सम्पादन किया | अपने सार्वजनिक जीवन की शरुआत राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रचारक के रूप में की | वे जीवनपर्यन्त अविवाहित रहे | अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दोरान परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों की संभावित नाराजगी की परवाह नहीं करते हुए राष्ट्र हित में 1998 में दुबारा परमाणु परीक्षण कर राजनेतिक परिपक्वता का परिचय दिया। स्मरणीय है कि उन्होंने इस परमाणु परीक्षण की अमेरिका एवं अन्य विकसित देशों की गुप्तचर एजेंसीयों को भनक तक नहीं लगने दी। इस परीक्षण के बाद कई पश्चिम देशो ने कई प्रतिबन्ध लगा दिए थे | विगत कई सालों से अपनी अस्वस्था के कारण अटलजी राजनीती से दूर हैं |
वाजपेयीजी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को ग्वालियर में हुआ था | .धकृष्ण बिहारी के चार पुत्र अ बिहारी, सदा बिहारी, प्रेम बिहारी, अटलबिहारी तथा तीन पुत्रियाँ विमला, कमला, उर्मिला हुये । अटलजी ने BA विक्टोरिया कालेज ग्वालियर से किया, यहाँ वे छात्र संघ के मंत्री एवं उपाध्यक्ष रहे | उन्होंने कानपूर से पोलेटिकल साइंस में M.Aकिया | एल.एल.बी की पढाई बीच में छोड़कर वे संघ के काम में लग गये |