खुशी आदमी के भीतर ही होती है तथा रिलेक्स मन ही प्रगति और खुशहाली का प्रवेशद्वार है | अपने आप से से वादा करें नये वर्ष में हर परिस्तिथी में आप शांत और रिलैक्स्ड रहेगें | रिलेक्स रहने के लिये गहरी स्वास ले ओर छोड़े | हर दिन का प्रारम्भ सकारात्मक सोच के साथ करे, यानी यह सोंचे की ख़ुशी मेरा अधिकार है | मै दिन भर खुश रहुगां | जब कभी कोई अनहोनी घटना घट भी जाये तब भी अपने आप को सकारात्मक सोच पर केन्द्रित करते हुयें अपने आप को समझाये कि मेरे साथ इससे भी बुरा हो सकता था |
याद रखे की अगर अग्रज अपनो से छोटे को स्नेह और प्यार देंगे तो छोटे भी आप को जरुर सम्मान देंगे और आप का आदर भी करंगे | बच्चो को उनके अपने हिसाब से जीने का मोका दे, उनके कार्यकलापों मै टीका टिप्पणी नहीं करें | आप उन्हें सलाह तभी ही दें जब वे आप से सलाह मांगे |
Dr J.K Garg , Visit our blog—gargjugalvinod.blogspot.in