dr. j k gargपरशुराम जी ने गोरी पुत्र गणेश जी का दांत तोड़ डाला जिसकी वजह से गणेश जी एक दंत विनायक कहलाये | एक बार परशुराम शिव जी से मिलने कैलाश पहुंचे जहांपर गणेश जी द्वारा उनको भगवान शिव से मिलने से रोके जाने से वे रुष्ट और क्रोदित हो गये | परशुराम ने गणेश जी को युद्ध का निमंत्रण दिया |इस युद्ध में परशुराम ने गणेशजी का बाएं दांत पर प्रहार कर उसे तोड़ दिया इसी वजह से परशुराम जी ने गोरी पुत्र गणेश जी का दांत तोड़ डाला जिसकी वजह से गणेश जी एक दंत विनायक कहलाये | अपने पुत्र गणेश के दांत को तोड़े जाने से मां पार्वती अत्यंत क्रुद्ध हो गईं | माता गोरी ने कहा कि कहा कि परशुराम क्षत्रियों के रक्त से संतुष्ट नहीं हुए इसलिए उनके पुत्र गणेश को हानि पहुंचाना चाहते हैं वे उनको श्राप देने ही वाली थी इसी समय गणेश जी ने स्वयं हस्तक्षेप कर मां पार्वती को प्रसन्न और शांत किया | गणेश जी की इस अनुकम्पा और दयालुता के सम्मुख परशुराम नतमस्तक हो गये एवं परशुराम जी ने विनायक गणेश को अपना परशु प्रदान कर दिया |