राष्ट्रपिता बापू और उनके जीवन की अविस्मरणीय घटनायें part 5

राष्ट्र पिता के जीवन की अविस्मरणीय घटनायें

dr. j k garg
नकल करना गलत है स्कूल के पहले हीवर्ष की परीक्षा के समय की एक घटना उल्लेखनीय हैं। शिक्षा विभाग के इंस्पेक्टरजाइल्स विद्यालय की निरीक्षण करने आए थे। उन्होंने विद्यार्थियों से अंग्रेजी केपांच शब्द लिखने को कहा उनमें एक शब्द ‘केटल’ (kettle) था। गांधीजी नेउसकी स्पेलिंग गलत लिखी । शिक्षक ने इशारों में उन्हें पास बैठे छात्र की पट्टी कोदेख कर सही स्पेल्लिंग लिखने को कहा किन्तु ईमानदार मोहनदास ने नकल नहीं की जिससेउन्हें अपने अध्यापक की डाट खानी पड़ी किन्तु वो दूसरे लड़कों की पट्टी में देखकरचोरी करना नहीं चाहते थे बचपन में ही पितृभक्ति और सत्यनिष्ठा को अपनाने का संकल्पलिया बचपन में अपने पिता की किताब “श्रवण-पितृभक्ति नाटक” को पढ़ा | उन्हीं दिनों शीशेमे चित्र दिखाने वाले भी घर-घर आते थे। उनके पास भी श्रवण का वह दृश्य भी देखा, जिसमें वह अपनेमाता-पिता को कांवर में बैठाकर यात्रा पर ले जाता हैं। इस चित्र को उन्होंने बारबार देखा और श्रवण के चरित्र का उन पर अत्याधिक प्रभाव पढ़ा | बापू कहते थे कि इनदोनों चीजों का मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ा। मन में इच्छा होती कि मुझे भी श्रवण केसमान बनना चाहिए। इन्हीं दिनों कोई नाटक कंपनी आयी थी और उसका नाटक देखने की इजाजतमुझे मिली थी। उस नाटक को देखते हुए मैं थकता ही न था। सत्यवादी हरिशचन्द के जीवनसे गांधीजी प्रभावित हुए और वो कहते थे कि मन ही मन मैने उस उस नाटक को सैकड़ो बारखेला होगा। उन्होंने इस सच्चाई को जान लिया कि सत्यवादी को अनेकों विपत्तियां कासामना करना पड़ेगा | वास्तविकता में सत्‍यादीहरिश्‍चंद्र के सच बोलने की प्रेरणा और माता-पिता के प्रति श्रवण कुमार की प्रगाढ़श्रद्धा ने गांधी जी को पूरे जीवन भर प्रभावित किये रखा और उन्‍हें पूरी दुनियामें महामानव बना दिया।मतलब की चीज को संभाल कर रक्खोएक अंग्रेज ने महात्मा गांधी को पत्र लिखा। उसमें गालियों के अतिरिक्तकुछ था नहीं। गांधीजी ने पत्र पढ़ा और उसे रद्दी की टोकरी में डाल दिया। उसमें जोआलपिन लगा हुआ था उसे निकालकर सुरक्षित रख लिया। वह अंग्रेंज कुछ दिनों बाद बापूजीसे मिलने के लिए आया और आते ही उसने पूछा- महात्मा जी! आपने मेरा पत्र पढ़ा या नहीं? महात्मा जी बोले-बड़े ध्यान से पढ़ा है। उसने फिर पूछा- क्या सार निकाला आपने? महात्मा जी ने कहा-एक आलपिन निकाला है। बस, उस पत्र में इतनाही सार था। जो सार था, उसे मैंने ले लियाऔर फालतू वस्तु को फेंक दिया।

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