श्रीराम के बाल्यकाल का सुंदर चित्रण किया

150181_10204131584024697_6119384662031237075_n10392353_10204131583304679_8587264033996349284_nविश्व हिंदू परिषद अजयमेरू महानगर द्वारा विश्व हिंदू परिषद के स्वर्ण जयंती वर्ष के अंतरगर्त चल रही संगीतमय राम कथा के छठे दिन कथा वाचक राष्ट्रीय संत परम पूज्ज दिव्य मुरारी बापू ने आज अपने श्रीमुख से भगवान के बाल्यकाल, गुरु आश्रम जाकर अध्ययन, विश्वामित्र के साथ राम लक्ष्मण के वन मे जाना आदि प्रसंग सुनाये।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए प्रचार प्रमुख शरद गोयल ने बताया की पूजा अर्चना के पश्चात संत श्री आज कल की कथा से आगे सुनाते हुए बापू ने आज राम के साथ भारत लक्ष्मण शत्रुघ्न के जन्म का वर्णन किया बाल्य काल मे प्रभु की अठखेलिया तीनों माताओ का वात्सल्य आदि का बड़ा ही सुंदर वर्णन किया ।
गुरु ग्रह गये पठन रघुराई, अल्प काल विद्धया सब पाई।
संतश्री ने भगवान के मानस रूपी रामाअवतार के बारे मे बताते हुए कहा की जब राम ने पृथ्वी पर जन्म लिया और अपनी लीला के माध्यम से बालरूप का अभिनय के साथ समाज को पिता पुत्र, गुरु शिष्य के सम्बंधों की मर्यादा का ज्ञान कराया तो इसी लिए वह मर्यादा पुरषोत्तम कहलाए। चक्रवर्ती सम्राट के पुत्र होते हुए भी जगत को शिक्षा देने एवं गुरुकुल पद्धति को विस्तारित करने के लिए अल्प आयु मे गुरु आश्रम जाकर अध्ययन किया गुरु वशिष्ठ से सभी कलाओं मे निपुणता प्राप्त की।
प्रात काल उठके रघुनाथा, मात पिता गुरु नवाए माथा।
आयुस माँग करय पुर काजा, देख चरित्र हरसाए मन राजा।।
अथार्थ प्रात काल उठकर माता पिता यानी कौशल्या कैकयी सुमित्रा एवं महाराज दशरथ को प्रणाम कर आशीर्वाद लेते है और गुरु को नतमस्तक होते है। महाराज दशरथ से आज्ञा माँग कर राज्य का कार्य देखते है, भगवान के चरित्र को देख दशरथ मन ही मन प्रसन्न होते है।भगवान राम अपनी लीला मे व्राद्धि करते हुए सबको आनंदित करते है
कथा को आगे सुनाते हुए बापू ऋषि विश्वामित्र के साथ राम लक्ष्मण के वन मे जाना, ताड़का वध करना, वन को राक्षश मुक्त करना आदि प्रसंग बताते हुए मारीच सुबाहु वध, सती आहिल्या का उद्धार पर भी कथा करते है। आज कथा के बाद साध्वी अनादि सरस्वती ने भी अशिर्वचन दिया।
कल कथा मे श्री राम जानकी विवाह प्रसंग का चित्रण किया जाएगा इस हेतु विशेष तैयारी की जा रही है। रामायण एवं संत श्री की पूजा आज के जजमान के द्वारा की गई। प्रशाद वितरण अमित भंसाली प्रभा शर्मा के द्वारा किया गया। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्री आनंद अरोड़ा महानगर मंत्री शशिप्रकाश इन्दोरिया सर्वेश्वर अग्रवाल श्री अशोक मेघवाल लेखराज सिंह श्रीमती अल्का गौड़ सोहनलाल बरूपाल श्री सुभाष माहेश्वरी प्रभा गुप्ता श्री देवीलाल श्री सम्मान सिंह नरेंद्र चंडक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम मे रोजाना हजारो श्रद्धालु कथा सुनने आ रहे है। यह कथा दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक विभिन्न अध्यायों के माध्यम से चलेंगी, जिसमे प्रतिदिन रामायण के अलग अलग सोपानों पर संगीतमय कथा का वाचन होगा। 21 तारीख को दोपहर 1.15 बजे विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन रखा गया है। जिसमे देश भर के अनैक संत महात्मा उपस्थित रहेंगे।
प्रचार प्रमुख  
शरद गोयल  9414002132

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