महिला सशक्तिकरण में अजमेर ने फिर पेश की मिसाल

अजमेर जिले में 4.51 लाख महिलाएं बनी परिवार की मुखिया
भामाशाह योजना के तहत जिले में 91.74 प्रतिशत परिवारों का नामांकन

Bangladesh - Microfinance and Technical Support Project - Decembअजमेर 01 सितम्बर । मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त करने तथा उन्हें समाज में पुरूषों के बराबर का स्थान दिलाने के प्रयासों में अजमेर जिले ने एक बार फिर मिसाल पेश की है। महिला सशक्तिरण की दिशा में मजबूत कदम रखते हुए जिले की 4 लाख 51 हजार 254 परिवारों में महिलाओं को भामाशाह योजना के तहत परिवार का मुखिया बनाया गया है। जिले के कुल 91.74 प्रतिशत परिवारों का भामाशाह योजना के तहत नामांकन कर दिया गया है। आगामी दिनों में इन परिवारों के विभिन्न लाभकारी योजनाओं में चयनित सदस्यों को समस्त नगद व गैर नगद लाभ भामाशाह योजना के माध्यम से मिलेंगे।
जिला कलक्टर एवं जिला भामाशाह प्रबन्धक डाॅ. आरूषी मलिक ने बताया कि भामाशाह योजना के तहत पूरे जिले में नामांकन कार्य किया जा रहा है। योजना में परिवार की महिला को मुखिया बनाया गया है। जिले के कुल 4 लाख 91 हजार 885 परिवारों में से 91.74 प्रतिशत परिवारों का नामांकन कर लिया गया है। शेष परिवारों का नामांकन भी शीघ्र कर लिया जाएगा।
डाॅ. मलिक ने बताया कि अजमेर के ग्रामीण क्षेत्रा में अरांई पंचायत समिति में 36960 परिवार, केकड़ी पंचायत समिति में 42414, पीसांगन में 59850, मसूदा में 37391, सिलोरा में 41165, भिनाय में 41412, जवाजा में 42926 एवं श्रीनगर पंचायत समिति में 38643 परिवारों का भामशाह योजना में नामांकन किया गया है। इसी तरह शहरी क्षेत्रा के तहत अजमेर में 42261, किशनगढ़ में 20925, बिजयनगर में 5627, ब्यावर में 23040, पुष्कर में 2911, केकड़ी में 7533, सरवाड़ में 3884 एवं नसीराबाद में 4312 परिवारों का भामाशाह नामांकन किया गया है। शेष रहे परिवारों का भी शीघ्र नामांकन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा भामाशाह योजना सभी राजकीय योजनाओं के नगद एवं गैर नगद लाभ को चरणबद्ध रूप से प्रत्येक लाभार्थी तक सीधा पारदर्शी रूप से पहुंचाने हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रा में शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से आने वाले समय में चरणबद्ध रूप से राशन वितरण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, नरेगा भुगतान, छात्रावृति एवं स्वास्थ्य बीमा जैसे लाभों का वितरण किया जाएगा।
डाॅ. मलिक ने बताया कि योजना में परिवार को आधार मानकर नामांकित परिवार की महिला मुखिया को भामाशाह कार्ड दिया जा रहा है। भामाशाह कार्ड बायोमेट्रिक पहचान सहित लाभार्थी बैंक खाता कोर बैंकिग समर्थ होने को सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों के लिए पात्राता हेतु परिवार की सभी आवश्यक योजनाओं का भी भामाशाह नामांकन में समावेश किया गया है।

महिला सशक्तिरण में अग्रणी है जिला
अजमेर जिला पिछले करीब डेढ़ दशक से महिला सशक्तिकरण में अग्रणी है। अजमेर जिला वर्ष 2000 से महिला स्वयं सहायता समूह गठन में पूरे देश में अग्रणी बना हुआ है। इसी तरह अजमेर उत्तर भारत का पहला सम्पूर्ण साक्षर जिला भी है। साक्षरता के क्षेत्रा में जिले को दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
मुख्यमंत्राी के विश्वास पर खरा उतरा अजमेर
मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने पिछले साल 15 दिसम्बर 2014 को अजमेर के पटेल मैदान से भामाशाह कार्ड वितरण शुरू किया था। जिले ने मुख्यमंत्राी के निर्देश और विश्वास पर खरा उतरते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। शीघ्र ही शेष रहे परिवारों का भी भामाशाह नामांकन कर लिया जाएगा।

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