संस्कृति द स्कूल में ’दक्ष’ के साथ वार्षिकोत्सव सम्पन्न

_DSC1895अजमेर 14 अक्टूबर – संस्कृति द स्कूल के 13 वें वार्षिकोत्सव का भारत एक महाषक्ति ’ की कामना के साथ भव्य समापन ।
सीनियर वर्गके कक्षा छह से बारहवीं तक के विद्यार्थियों द्वारा ’प्रतिबिम्ब’ ’द रिफ्लक्ेषन पर नृत्य,संगीत व अभिनय के उम्दा रंग बिखेर कर भारत को एक महाषक्ति के रूप मे नमन किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्व मण्डल राजस्थान के चेयरमेन वी.श्रीनिवासन , आई .ए.एस. ने सर्वप्रथम प्रदर्षनी का अवलोकन किया तथा इसकी भूरी – भूरी प्रषंसा की । एक ओर जहाँ 100 वर्ष के भविष्य के भारत की कल्पना देखकर वे अत्याधिक अभिभूत थे वहीं आर्ट एंव क्राफ्ट की कृतियाँ देखकर आष्चर्यचकित थे । उन्होंने इसमें अपनी गहरी रूचि दिखाई साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों की होसला अफजाई की।
इस अवसर पर विद्यालय की भूतपूर्व छात्राए एंव जी टी.वी के प्रोग्राम जुड़वा की विजेता हर्षा एंव वर्षा कोठारी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने हेतु उपस्थित थी । विद्यालय के चेयरमेन श्री सीताराम गोयल ने हर्षा, वर्षा का स्वागत किया । हर्षा , वर्षा ने अपने उद्बोधन में छात्रों को प्रोत्साहित किया एंव कहा कि उनके लिए जीवन में ढेर सारे अवसर मौजूद है वे सही मोके पर इसे हासिल कर अपना भविष्य उज्जवल बना सकते है। उन्हांेने उनके जीवन में स्कूल द्वारा दिये गये योगदान को सर्वश्रेष्ठ बताया । वे स्कूल में आकर अपनी पुरानी यादों में खो गई।
स्ंाध्या बेला में प्रारम्भ हुए संास्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य अतिथि महोदय एंव विषिष्ट जनो द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया एंव साथ ही विद्यार्थियों ने भारतीय परम्परा के अनुसार मंगलाचरण कर ईष वंदना प्रस्तुत की। तत्पष्चात् भारतीय शास्त्रीय स्ंागीत विभाग के प्रमुख डा.रजनीष चारण के निर्देषन में ’अक्स’ कार्यक्रम की भव्य प्रस्तुति दी गई। ’अक्स’ के तहत ’आरम्भ’ है प्रचण्ड बोले मस्त होके झुण्ड ’ के द्वारा बच्चों ने भारत के चैतन्य की स्तुति की तथा देष के विकास की चेतना को जागृत किया । तत्पष्चात् शास्त्रीय संगीत की विभिन्न प्रस्तुतियों मे वाद्यमंत्रो के अद्भुत संयोजन से विभिन्न प्रदेषो की धुनों के द्वारा नवाचार के माध्यम से इन्स्टूªमेन्टेषन फ्यूजन द्वारा भारतीय सांस्कृतिक एकता का परिचय दिया । अंग्रेजी नाटक के द्वारा नोटबंदी के सरकार के निर्णय से भारत के विकास के दूरगामी परिणाम का वर्णन करते हुए उसे हमारी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया गया। हिन्दी नाटक युवाम में संविधान देष की आत्मा व तिरंगे का आह्वान करके देष की युवा शक्ति ने अपना आक्रोष व्यक्त किया। आरक्षण , प्रतिभा पलायन ,दलगत राजनीति ,छात्रसंघ राजनीति , माता-पिता की महत्वकांक्षाओं एंव बेरोजगारी से निढाल युवाओं ने अपने आक्रोष की अभिव्यक्ति अभिनय के द्वारा प्रदर्षित कर दर्षकों की वाहवाही लूटी।

द नेक्सट इंडिया नृत्य प्रस्तुति में भारत की भावी संभावनाओं एंवम् स्वर्णिम भविष्य की छवि को प्रस्तुत किया गया । एक अभिनव प्रयोग के तहत यूवी एक्ट में लाईट षो के द्वारा जबर्दसत नृत्य प्रस्तुत किया गया । छात्र – छात्राओं द्वारा प्रस्तुत इस नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
’महालया’ के माध्यम से विष्व की आधी आबादी नारी शक्ति को नवदुर्गा अवतार के द्वारा नयनाभिराम नृत्य नाटिका के माध्यम से एक अभिनव प्रस्तुति प्रस्तुत की गई ,जिसकी सभी ने मुक्त कण्ठ से सराहना की । फुट टैपर्स में भारतीय संगीत पर वेस्टर्न डांस की भावपूर्ण प्रस्तुति दी गई। अंत में पाष्चातय संगीत विभाग द्वारा विभिन्न वाद्ययंत्रों के माध्यम से षानदार प्रस्तुति दी गई जिसने सभी को धुन पर थिरकने को मजबूर कर दिया । इस भांति भारत को एक महाषक्ति के रूप मे नमन किया गया ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अतिथि वी. श्रीविनासन ने वर्ष – भर षैक्षिक सहषैक्षिक व खेल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन कार्यक्रम के अन्तर्गत पुरस्कृत किया। हॉकी ,तैराकी , राईफल शूटिंग व अन्य खेलों में जिला ,राज्य व राष्ट्रस्तरीय चयनित खिलाडियों को पुरस्कार राषि तथा मेधावी छात्रों को स्कॉलरषिप प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के स्तर तथा विद्यार्थियों के प्रयास को सराहा । षिक्षा के क्षेत्र में निरन्तर आगे बढने की प्रेरणा देते हुए वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में अपनी पहचान कायम करने के लिए प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया ।
प्राचार्य ले.कर्नल ए .के. त्यागी ने विद्यालय के आगामी सत्र की योजनाओ का परिचय देते हुए विद्यालय की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । साथ ही विद्यार्थियों की सुरक्षा और विकास के लिए स्वस्थ माहौल प्रदान करने का आष्वासन देते हुए विद्यालय विकास में अभिभावकों के योगदान को सराहा । कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के वाईस हेड बॉय प्रणव माथुर ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
संास्कृ्तिक कार्यक्रम के साथ ही दो दिवसीय वार्षिक प्रदर्षनी का भी समापन हुआ। वर्चुअल सिटी की परिकल्पना पर आधरित प्रदर्षनी को विभिन्न स्कूलों एवम् संस्थाओं के साथ -साथ शहरवासियों ने भी अवलोकन किया तथा सराहा।

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