दरगाह दीवान के निजी सचिव एस. ए. चिश्ती ने बताया कि दरगाह दीवान ने अपने उत्तराधिकारी एवं नायब सज्जादानशीन की घोषणा ख्वाजा साहब के सालाना उर्स के समापन की पूर्व संध्या 24 मार्च शनिवार को दरगाह स्थित ख़ानक़ाह मैं आयोजित होने वाली पारंपरिक महफिल एवं देशभर की मुख्य दरगाहों के सज्जादगान चिश्तिया ख़ानक़ाहों के प्रमुखों मुस्लिम धर्म गुरुओ की वार्षिक सभा मैं अधिकृत रूप से अपने बड़े पुत्र सय्यद नसीरुद्दीन चिश्ती के रूप में की। इस अवसर पर घोषित नायब सज्जादा नशीन एवं उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती को खिलअत पहनाया कर खिलाफत भी दी गई। दरगाह दीवान ने अधिकृत रूप से अपना उत्तराधिकार एवं खिलाफत नसीरुद्दीन चिश्ती को सौंपने के बाद अब नायब सज्जादा नशीन के रूप में दरगाह में होने वाली धार्मिक रस्मों में भाग लेंगे। खिलाफत प्रदान करने के बाद दरगाह की शाही चौकी इसरार हुसैन और उनके साथियों के द्वारा मुबारकबाद की कव्वाली पेश की गई।
निजी सचिव के अनुसार दरगाह दीवान साहब की अनुपस्थिति में अब तक दरगाह की तमाम धार्मिक रस्में उत्तराधिकारी घोषित किए गए सय्यद नसीरुद्दीन ही कर रहे थे। दरगाह दीवान ने उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद उनकी दस्तारबंदी की इसके बाद दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब की और से दरगाह कमेटी के अध्यक्ष शेख अलीम उपाध्यक्ष खान सईद मोहम्मद एवं सदस्य जावेद पारेख ने सैयद नासिर उद्दीन चिश्ती की दस्तारबंदी की इसके अलावा दरगाह के मौरूसी अमले कि और से सदर हाजी शब्बीर खान सैयद नसीरुद्दीन की दस्तारबंदी की गई।
आयोजन में देष प्रमुख चिष्तिया दरगाहों के सज्जादगान व धर्म प्रमुखों में शाह हसनी मियां नियाजी बरेली शरीफ, मोहम्मद शब्बीरूल हसन गुलबर्गा शरीफ कर्नाटक, अहमद निजामी दिल्ली, सैयद तुराब अली हलकट्टा शरीफ आध्रप्रदेष, सैयद जियाउद्दीन अमेटा शरीफ गुजरात, बादषाह मियां जियाई जयपुर, सैयद बदरूद्दीन दरबारे बारिया चटगांव बंगलादेष, सहित भागलपुर बिहार, फुलवारी शरीफ यु.पी., उत्तरांचल प्रदेष से गंगोह शरीफ दरबाह साबिर पाक कलियर के अलीषाह मियां, गुलबर्गा शरीफ में स्थित ख्वाजा बंदा नवाज गेसू दराज की दरगाह के के सज्जदानषीन नायब सज्जादानशीन सैयद यद्दुलाह हसैनी, दरगाह सूफी कमालुद्दीन चिष्ती के सज्जानषीन गुलाम नजमी फारूकी, नागौर शरीफ के पीर अब्दुल बाकी, दिल्ली स्थित दरगाह हजरत निजामुद्दीन के सैयद मोहम्मद निजामी, अमले के सदस्य मुजफ्फर भारती हुसैन खान अखलाक अली सहित देशभर के सज्जादगान मौजूद थे।