आखिर किस खास मकसद से पुष्कर में लगातार बढ़ रहा है असामाजिक तत्वों का जमावड़ा

◆ *राजू , सोनू , बबलू , मोहन , हीरा , बंटी , पप्पू , जीतू , कृष्णा जैसे नामो से पहचान छुपाकर घुसपैठ में लगे है समुदाय विशेष के युवक ।*

◆ *ज्यादातर युवको के पास बन चुके है पुष्कर के आधार कार्ड , छोटी सी चूक बन सकती है बड़ी मुसीबत ।*

राकेश भट्ट
राकेश भट्ट
दोस्तों पिछले कुछ सालो से अचानक एक समुदाय विशेष की आबादी अपनी पहचान छुपाकर पुष्कर में तेजी से बढ़ती जा रही है । राजू , सोनू , बबलू , मोहन , हीरा , बंटी , पप्पू , जीतू , कृष्णा जैसे ना जाने कितने नामो से अपनी एक अलग पहचान बनाकर यु पी , बिहार , बंगाल और बांग्लादेश के युवक यहाँ पर चारो और बढ़ते जा रहे है । कहने को तो इन्हें यहाँ पर चलने वाले कपड़ा फेक्ट्री मालिको का संरक्षण हासिल है । लेकिन हकीकत में उसी संरक्षण की आड़ में यह मात्र 3 , 4 सालो में कई गुणा हो गए है ।

आपको जानकर हैरानी होगी की जितनी बड़ी तादात में यह कपड़ा फैक्ट्रियो में काम करते है उससे कही ज्यादा संख्या में यह दूसरे काम धंधे करके यहाँ के बाजार और छोटे छोटे गली मोहल्लों तक में घुसपैठ कर चुके है । और हर रोज कर रहे है । आज हमारे कई मोहल्लों में यह मकान किराए पर लेकर रहने लगे है । खास बात यह है कि ज्यादातर युवको के पास बाकायदा पुष्कर के निवासी होने के आधार कार्ड और परिचय पत्र तक बन चुके है । जबकि हकीकत में यह सभी अन्य राज्यो से आये है ।

*बड़ा सवाल यह है की आखिर किस मकसद से इन्होंने अपनी पहचान छुपाकर यहाँ के आई डी कार्ड बनवाएं है ।*

*किस मकसद से यह अपने धर्म के विपरीत जाकर हिन्दुओ के नाम रखकर यहाँ के गली मोहल्लों में अपनी पहुँच बना रहे है ।*

*किस मकसद से अचानक इनकी तादात में कई गुणा बढ़ोतरी हो रही है ।*

यहाँ पर यह बात भी महत्वपूर्ण है की आखिर पुष्कर के वे कौन लोग है जो इन्हें संरक्षण दे रहे है । इनके आधार कार्ड , परिचय पत्र बना रहे है , यहाँ तक की कईयो के तो राशन कार्ड तक बन चुके है । पुष्कर की जनता को उन लोगो पर भी नजर रखनी चाहिए जो चंद वोटो के लिए पुष्कर की सुरक्षा और शान्ति को ही दावँ पर लगा रहे है । मेरा दावा है बगैर राजनैतिक संरक्षण के इन्हें पुष्कर के निवासी होने के आधार कार्ड और बाकी दस्तावेज नहीं मिल सकते ।

यहाँ पर सवाल पुलिस , प्रशासन और खुफिया विभाग पर भी उठता है की आखिर इतने बड़े स्तर पर यह सब हो रहा है और उन्हें भनक तक कैसे नहीं है । जबकि कुछ महीनो पूर्व ही *पुष्कर रेस्क्यू कमेटी* सहित अन्य संस्थाओ ने बाकायदा ऐसे लोगो की पहचान कर जिम्मेदार अधिकारियो को आगाह भी किया था । लेकिन इसके बाद भी पुष्कर तीर्थ की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती जा रही है ।

मेरा पुष्कर की कपड़ा फेक्ट्री मालिको से भी अनुरोध है की आप अपना धंधा खूब फैलाये लेकिन उसके लिए पुष्कर और यहाँ के नागरिको की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करें । आप स्वयं पहल करके काम करने वाले सभी लोगो का असली परिचय पत्र पुलिस और प्रशासन के पास जमा करवाएं । ताकि कभी कोई हादसा होने की स्थिति में कम से कम उनकी पहचान तो उजागर हो सके ।

*दोस्तों पुष्कर के नागरिक होने के नाते इस मामले को गंभीरता से ले और बगैर किसी राजनैतिक दबाव के पुष्कर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और राज्य सरकार पर दबाव बनाकर इन्हें यहाँ से बाहर भिजवाने के लिए आवाज उठाये । यदि अभी आप चुप रहे तो पुष्कर की सुरक्षा तो खतरे में है ही आपकी आने वाली पीढियां भी सुरक्षित नहीं रहेगी ।*

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ़ नेशन*
[email protected]
Mo. 9828171060•••

error: Content is protected !!