शर्मा के लगातार सक्रिय रहने से भाजपा को हो सकती है परेशानी
भाजपा के पुराने नेताओं की अनदेखी भी पड़ेगी भारी
भाजपा में खुले विकल्प रघु शर्माविधानसभा चुनावो में भले ही अभी दो साल का समय शेष है लेकिन चुनावो की सुगबुगाहट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्य सचेतक डॉ रघु शर्मा लगातार क्षेत्र में सक्रीय रूप से अपनी भागीदारी बढ़ा रहे है , पिछले कुछ दिनों से शर्मा विधानसभा के हर उस गाँव तक जाकर लोगों की समस्या सुन रहे है जिनमे चुनाव जितने के बाद भाजपा के नुमाइंदे अभी तक नहीं पहुँच पाए है , शर्मा का इस तरह लोगों से मिलना और उनकी समस्याओं को सुनना लोगों को पसंद भी आ रहा है , यही कारण है कि लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में अपने संकेत साफ़ कर दिए है , अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में भाजपा को इससे भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है , एक और जहाँ शर्मा की सक्रियता भाजपा की मुश्किलें बढ़ा रही है वहीँ दूसरी और भाजपा को यह डर भी सता रहा है कि जिस तरह पिछले तीन साल से पुराने भाजपा नेताओं को अनदेखा कर नए चेहरो को संगठन की कमान सौंपी है उससे ना तो नेता खुश है और ना ही जनता , हालांकि चर्चाओं का दौर गर्म है सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में संघटन में उलटफेर हो सकता है , दीपक दाधीचमाना जा रहा है कि संघटन में बदलाव करके वापस पुराने चेहरों को ऊपर लाने की कवायद हो रही है , लेकिन खास बात यह है कि जिन पुराने चेहरों को संघटन की जिम्मेदारी देने की बात चल रही है उसमे खुद वो चेहरे राजी नहीं है जिनको तीन साल से पार्टी से अलग थलग पटक रखा है , ऐसे में भाजपा को ये सोच लेना चाहिए की आम लोगों और खुद अपने नेताओं की नाराजगी उसे कितनी भारी पड़ेगी ,