अशोक गहलोत की संवेदनशीलता

सिद्धार्थ जैन
सिद्धार्थ जैन
पूर्व मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत से भेंट के दौरान ही ब्यावर नगर परिषद के पूर्व सभापति प्रमोद सांखला अचानक अचेतन अवस्था में चले गए। इस अनहोनी से सभी हतप्रभ रह गए। *तब कार्यकर्ताओ के साथ गहलोत स्वयं ही सांखला को लेकर सवाईमान सिंह हॉस्पिटल पहुंच गए। उनकी ततपरता से समूचा स्टाफ हरकत में आ गया। इससे सांखला की जान बचा ली गई।* गहलोत की इस सदाशयता का हर कोई कायल हो गया। सांखला के खतरे से बाहर होने की जानकारी मिलने तक गहलोत अस्पताल में रुके रहे।
जानकारी के मुताबिक ब्यावर नगर परिषद के पूर्व सभापति प्रमोद सांखला पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने जयपुर उनके निवास पर पहुंचे। जहां वे उनसे बातचीत कर रहे थे। उसी दौरान सांखला की तबियत तेजी से बिगड़ी। वे सम्भलते तब तक अचेतन अवस्था में चले गए। साथ ही कुछ अंगों ने काम करना बंद कर दिया। यह देख कर वहां एकत्र कार्यकर्ता घबरा उठे। *गहलोत ने धैर्य के साथ हालात को सम्भाले। इस हादसे की जानकारी से ब्यावर परिवार को अवगत कराया गया। उन्होंने हाथो-हाथ एसएमएस होस्पिटल को भी सूचना भेजी। फिर स्वयं ही उनको लेकर चिकित्सालय जा पहुंचे।*
कुछ समय बाद ब्यावर से भी परिजन जयपुर चिकित्सालय पहुंच गए।सांखला का पुत्र चेतन व परिवार *गहलोत की इस सहृदयता से भावुक हो उठे। उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री की सजगता से ही उनके पिताजी अब खतरे से बाहर हे।* प्रदेश के जाने-माने इन नेता की सम्वेदनशीलता की सबने प्रशंसा की व आभार जताया।
*सिद्धार्थ जैन पत्रकार, ब्यावर (राज)*
*094139 48333*

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