नाचने, गाने पर तालिबान ने 17 का सिर कलम किया

अफगानिस्तान के अधिकारियों के मुताबिक हेलमंद प्रांत में तालिबान चरमपंथियों ने 15 पुरुषों और दो महिलाओं का सिर कलम कर दिया है क्योंकि वो एक नृत्य और संगीत के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे.

इससे अलग तालिबान चरमपंथियों के एक अन्य हमले में हेलमंद में ही 10 अफ़गान सैनिक भी मारे गए हैं. ये हमला एक सुरक्षा चौकी पर रविवार को हुआ था.

इस बीच एक अफगान सैनिक ने सोमवार को पूर्वी लघमान प्रांत में दो विदेशी सैनिकों की हत्या कर दी है.

नागरिकों की हत्या

हेलमंद में संयुक्त सेना संयोजन केंद्र के डिप्टी प्रमुख मोहम्मद इस्लाइल ने कहा कि हेलमंद प्रांत के शाह करेज़ इलाक़े में सिर कलम करने की घटना हुई है और मारे गए सभी 17 लोग आम नागरिक हैं.

तालिबान चरमपंथियों ने इस घटना को 26 और 27 अगस्त के बीच की रात को अंजाम दिया.

हेलमंद के गवर्नर के प्रवक्ता ने दाऊद अहमदी ने भी इस खबर की पुष्टि कर दी है. उन्होंने कहा कि पहले नागरिकों का सिर क़लम किया गया या गोली मारी गई ये अभी स्पष्ट नहीं है.

मूसा क़ाला के प्रशासनिक प्रमुख नेयामतुल्लाह खान ने घटना की जानकारी देते हुए कहा है कि लोग एक उत्सव मनाने के लिए जमा हुए थे और संगीत की धुन पर नाच रहे थे जबकि तालिबान इस समारोह को रोकना चाहते थे.

उन्होंने कहा कि जहां इस घटना को अंजाम दिया गया वो पूरी तरह से तालिबान चरमपंथियों के नियंत्रण वाला इलाका है इसलिए उसके बारे में और ज्यादा जानकारी नहीं है.

तालिबान ने इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

सैनिकों की हत्या

खबरों के मुताबिक अफगान सैनिकों पर हमले की घटना हेलमंद प्रांत के वशीर ज़िले में हुई है. इस हमले में दस सैनिकों के मारे जाने के अलावा चार अफगान सैनिक ज़ख्मी भी हो गए हैं और पांच अन्य लोग लापता हैं.

अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि लापता लोगों को अगवा कर लिया गया है या वो हमलावरों के साथ स्वेच्छा से चले गए हैं.

अफगान सेना के एक अधिकारी मोहम्मद इस्लाइल होटक ने एएफपी को बताया कि, “वशीर की हमारी एक सैनिक चौकी पर हमला हुआ है जिसमें दस सैनिक मारे गए हैं.”

लेकिन हेलमंद प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता दाऊद अहमदी का कहना है कि हमला एक आंतरिक षडयंत्र था क्योंकि पांच लोग अपनी बंदूकें लेकर तालिबान चरमपंथियों के साथ चले गए हैं.

दोनों ही अधिकारियों ने कहा है कि इस घटना की जांच की जा रही है.

मारा गया हमलावर

उधर लगमान प्रांत की घटना इस महीने हुई ऐसी 12 घटनाओं में से एक है जिनमें अफगान सुरक्षा बल के सैनिकों ने अंतरराष्ट्रीय सेना पर हमला किया है.

हालांकि जो विदेशी सैनिक मारे गए हैं उनकी राष्ट्रीयता अभी मालूम नहीं हो सकी है.

अंतरराष्ट्रीय सेना के एक प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि हमलावर अफगान सैनिक को जवाबी हमले में मार गिराया गया है.

इस साल अंतरराष्ट्रीय सेना के 42 जवान अफगान सैनिकों के हमले में मारे गए हैं.

वर्तमान में नैटो के क़रीब एक लाख 30 हज़ार सैनिक साढ़े तीन लाख अफगान सैनिकों के साथ तालिबान चरमपंथियों का मुकाबला कर रहे हैं.

 

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