मानवता शर्मशार

रामंचद्र यादव
रामंचद्र यादव
स्थानीय लोगो का कहना है की घटनास्थल पर मासूम बच्ची काफी देर तक तड़पती रही , खूब अफरा तफरी मची फिर हेमा मालिनी को निजी कार में बैठाकर जयपुर के लिए रवाना किया तब भी मासूम बच्ची ज़िंदा बताई जा रही है । हेमा मालिनी कोई हाथी तो थी नहीं जो एक गाडी में एक ही जा सकती थी फिर भी उस मासूम बच्ची को साथ लेकर नहीं गई क्यों की इन VIP लोगो की नजर में आम इंसान कुत्ते से बढ़कर कुछ नहीं है ।
अंत में दर्द से छटपटा कर मासूम ने प्राण त्याग डाई वहीँ फोर्टिस अस्पताल में मैडम साहिबा का हाई लेवल ट्रीटमेंट शुरू किया गया ।कुछ भले इंसानो ने उस बच्ची की लाश और गंभीर घायलो को स्थानीय अस्पताल लेकर गए बाद में वहां से जयपुर के सरकारी अस्पताल SMS में रेफर कर दिया गया अब भी इलाज जारी है जबकि मृतक लड़की की माँ को नहीं पता की उसकी बेटी इस दुनियां में नहीं है ।
कल सुबह विशेष विमान से हेमा जी मुम्बई के लिए निकल जाएगी और गरीब परिवार अपने दर्दो को सीने में समेट कर अच्छे और बेहतर इलाज की उम्मीद में अस्पताल में सुबकता रहेगा ।
इस मामले में मिडिया का तो राम ही निकल गया सबको हेमा मालिनी के चेहरे के हल्के घावो की चिंता थी की वो कब ठीक होंगे और चहरे की सुंदरता पर कोई असर पडेगा की नहीं पर किसी ने यह नहीं दिखाया की गंभीर घायलो को क्यों नहीं हेमा जैसा इलाज मिला ? और मरने वाली मासूम कौन थी ?
मानवता और इंसानियत इन VIP लोगो के आगे घुटने टेक ही देती है , शर्म करो मिडिया के बन्धुओ ।
रामचंद्र यादव

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