वाल्मीकि समाज का सामूहिक विवाह 39 जोड़े परिण्य सूत्र में बंधे,

20180120_142939बीकानेर, 20 जनवरी। महर्षि वाल्मीकि अम्बेडकर सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति, बीकानेर के तत्वावधान में शनिवार को मेडिकल काॅलेज मैदान में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें 39 युवक-युवतियों ने नव दाम्पत्य जीवन शुरू किया। वाल्मीकि समाज के गणमान्य लोगों, जन प्रतिनिधियों ने नवविवाहिताओं का स्वागत व अभिनंदन किया।
समिति के प्रवक्ता सुनील जावा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसंुधरा राजे ने सभी नवदम्पतियों को महिला एवं बाल विकास विभाग, बीकानेर की सहायक निदेशक के माध्यम से बधाई संदेश भेजा। बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक विवाह समूचे युवा वर्ग के लिए अनुकरणीय है। सामूहिक विवाह दहेज प्रथा, फिजुलखर्ची को रोकने का कारगर उपाय व सराहनीय कार्य है। सामूहिक विवाह के आयोजक व परिणय सूत्र में बंधने वाले सभी प्रशंसा के पात्र है। उन्होंने नव दम्पतियों के जीवन की नई शुरुआत समझदारी, सामाजिक जिम्मेदारी के साथ करने, उनके सुखमय, प्रगतिमय और मंगलमय जीवन की कामना की।
समारोह में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य, दिल्ली के सदानंद महाराज ने कहा कि वाल्मीकि सामाजिक कुरीतियों का त्याग कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े। उन्होंने नवदम्पतियों को बधाई देते हुए कहा कि सामूहिक विवाह वर्तमान समय की आवश्यकता है। सामूहिक विवाह समिति के सभी सदस्यों ने कठिन परिश्रम से इस आयोजन को सफल बनाकर सभी समाजों को प्रेरणा दी है।
राजस्थान राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश चैहान ’टायसन’ ने नव दम्पतियों को बधाई देते हुए कहा कि सामूहिक विवाह जहां फिजूलखर्च व दिखावे को रोकता है वहीं सामाजिक एकता, सद्भाव व भाईचारे की भावना को भी बढ़ावा देता है।
बूंदी के पूर्व जिला प्रमुख राकेश, अखिल भारतीय वाल्मीकि समाज के सह सचिव मध्यप्रदेश के जीवण घोषण, नोखा के पार्षद मंगलाराम, बूंदी की रेखा कलौसिया, डाॅ. प्रेम वाल्मीकि, पार्षद नंद लाल जावा, कर्मचारी नेता शिव लाल तेजी, हुक्म चंद जावा, समाज सेवी के.सी.चांवरिया, सरला गोयल, सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्य चन्द्र शेखर चांवरिया व बैंक अधिकारी बीरबल चांवरिया, प्रवक्ता सुनील जावा जगदीश सोलंकी, थानमल पंडित, लीलाधर पंडित, रूपाराम कंडारा, कन्हैयालाल लखन, राजू राजस्थानी, शंकर लाल चावरिया, ललित तेजस्वी, सुखदेव जावा, चोरूराम चावरिया एवं क्रांतिकारी भीम सेना के पदाधिकारियों आदि ने नवदम्पतियों व अतिथियों का स्मृति चिन्ह आदि से अभिनंदन किया।

दूल्हा-दूल्हन- बीकानेर शहर के विभिन्न मोहल्लों के जिले के लूणकरनसर, स्वरूपदेसर, नगरासर, नापासर, के साथ चूरू के सुजानगढ़, रतनगढ़, नागौर के करनू, अहमदपुरा, खजवाना, बासनी आदि स्थानों से वर-वधु ने सामूहिक विवाह में नव जीवन शुरू किया। सभी का नगर निगम की ओर से विवाह प्रमाण पत्र जारी किया गया तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिया विभाग की ओर से सामूहिक विवाह में देय राशि का भुगतान किया जाएगा।

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