नई दिल्ली / हार के कारणों पर चर्चा के लिए बुलाई गई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में मनमोहन सिंह ने भ्रष्टाचार और महंगाई को हार के लिए जिम्मेदार माना। वहीं, हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक में इस्तीफे की पेशकश की लेकिन सदस्यों ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जिस समय कार्यालय के भीतर बैठक चल रही थी, तो बाहर राहुल गांधी के समर्थक उनके पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे। बैठक से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि हार के कारणों पर माथापच्ची करने के बाद पूरी CWC हार की सामूहिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश कर सकती है। हार के कारणों पर चर्चा करते हुए वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बैठक में कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने जनता से संपर्क खोया, जिसका खामियाजा पार्टी को चुनाव में भुगतना पड़ा। उन्होंने टूजी स्पेक्ट्रम के आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शिता की कमी को बड़ा मुद्दा बताया। मनमोहन सिंह की छवि को लेकर भी बैठक में चर्चा उठी। दिग्विजय सिंह ने कहा मनमोहन सिंह अच्छे वित्त मंत्री थे लेकिन एक पीएम के तौर पर उन्हें और आक्रामक होना चाहिए।
2 thoughts on “सोनिया व राहुल ने की त्यागपत्र की पेशकश, सदस्यों ने नकारा”
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यह सब तो पूर्व निर्धारित था चापलूसों के संगठन में इससे ज्यादा उम्मीद हो भी क्या सकती थी अब जनता को ही फैसला करना चाहिए कि ऐसे दाल के प्रत्याशिओं को भविष्य में भी चुने या नहीं जो एक परिवार विशेष के सहारे के बिना खड़े नहीं रह सकते कांग्रेस में हर बार की यही प्रक्रिया है नेहरू गांधी परिवार भी जनता है कि इन मूर्खों को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। वैसे भी कांग्रेस की यह विडंबना रही है कि इस परिवार में भी अपने निर्णय लेने की क्षमता नहीं और न दूरदर्शिता ये भी अपने सलाहकारों के परामर्श से ही काम चलते हैं यह परम्परा राजीव गांधी के समय से चली आ रही है फलतः ये पीछे वाले लोग अपनी चलते हैं और इनकी ओट में अपने हिसाब भी विरोधियों से चूकता कर लेते है ऐसे में यह परिणाम आने स्वाभाविक थे और ये चुनाव बाद के नाटक भी
Cirtificate….Isse hi kehte hai thhok kar chatna