जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बंशीलाल मीणा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकर्स सरकारी योजनाओं के प्रति संवेदनशील व सक्रिय होकर भागीदारी निभाएंगे तभी निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि जिले के बैंकर्स जमा-ऋण अनुपात(सीडी रेशो) के न्यूनतम लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल रहे है। बैंकर्स द्वारा 54.88 प्रतिशत जमा-ऋण अनुपात हासिल किया गया है, जो कि रिजर्व के न्यूनतम मापदण्ड 60 प्रतिशत से भी कम है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय व राजकीय योजनाओं में बैंकर्स का सक्रिय सहयोग व भागीदारी आवश्यक है। बैंकर्स भामाशाह योजना व प्रधानमंत्राी जनधन योजना के तहत नये खाते खोलें एवं उसकी सूचना संबंधित उपखण्ड अधिकारी को भी उपलब्ध कराये। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी जिले के आर्थिक विकास व प्रगति का संबंध जमा-ऋण अनुपात से भी है, अतः बैंकर्स न्यूनतम जमा-ऋण अनुपात के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करें।
अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक श्री एल. के. सिंघल ने वार्षिक साख योजना वर्ष 2014-15 की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की एवं सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों की दिसम्बर 2014 तक कि प्रगति रिपोर्ट को भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक के मापदंडो के अनुसार न्यूनतम जमा-ऋण अनुपात 60 प्रतिशत होना चाहिए लेकिन बैंकर्स दिसम्बर 2014 तक 54.88 प्रतिशत के लक्ष्य तक ही सीमित रहे हंै जिसमें वृद्धि की काफी संभावनाएं है। साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में प्रधानमंत्राी जनधन योजना के तहत कुल 4 लाख 55 हजार 893 एवं भामाशाह योजना के तहत एक लाख 47 हजार 160 बैंक खातें खोलें गए है।
इस अवसर पर मुख्य बैंकिग आंकडों की प्रगति, अनुसूचित जाति, जनजाति विकास निगम की योजनाओं की प्रगति, लघु उद्यमियों को वित्त पोषण, भामाशाह योजना एवं प्रधानमंत्राी जनधन योजना एवं सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा भी की गई।
बैठक में रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया के प्रतिनिधि श्री आर.सी. यादव, समेत विभिन्न बेंकों के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।