सरकारी विद्यालयों की साख बनानी होगी

विद्यालयों में शौचालयों का निर्माण शीघ्र पूर्ण होगा – प्रो. वासुदेव देवनानी
राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान व शिक्षक संघों ने किया शिक्षा राज्य मंत्राी का अभिनन्दन

v devnani 1अजमेर, 05 जून। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों की साख बनाने के लिए सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता है। शिक्षक, शैक्षिक संगठन, अधिकारी सभी को सरकारी विद्यालयों की गरिमा को लौटाने हेतु संवेदनशील होकर कार्य करना होगा, जिससे अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दिलवाने हेतु प्राथमिकता दे।
प्रो. देवनानी आज राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान व शिक्षक संगठनों द्वारा उनके अभिनन्दन हेतु आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षक की समाज में अहम भूमिका है जब शिक्षक अपनी समस्याओं के लिए जब सडक पर खडा होकर नारे लगाता है तो काफी पीडा होती है, शिक्षक की समस्याओं व शिक्षण व्यवस्था में सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है, जिसका लाभ शिक्षकों को मिलेेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विद्यालयों में छात्रा-छात्राओं हेतु शौचालयों का निर्माण आगामी 30 जून तक कर लिया जाएगा, जिससे सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढेगा और बालिका शिक्षा को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई विद्यालयों में बिजली नही है। आगामी 2 वर्षों में सभी विद्यालयों में बिजली-पानी की माकूल व्यवस्था करने का लक्ष्य है, जिसे कार्पोरेट सामाजिक सहभागिता से पूर्ण किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वे शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण हेतु प्रतिबद्ध है, कार्यकाल ग्रहण करने के बाद शिक्षक संगठनों की 7 महत्वपूर्ण मांगों को प्राथमिकता से पूर्ण कर दिया गया है। विभाग मंे डीपीसी की शुरू की गई है आगामी वर्ष की डीपीसी का कार्य भी प्रारम्भ किया गया है। व्याख्याताओं की कमी को भी आगामी 20 जून तक पूर्ण किया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने कहा कि सभी शिक्षक संगठन परिवार की तरह है, यदि हम सब मिलकर टीम भावना से कार्य करेंगे तो शिक्षण व्यवस्था व पाठ्यक्रम मेें सुधार संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षक संवाद व सम्पर्क के माध्यम से आमजन में विश्वास स्थापित करें, जिससे विद्यालयों में नामांकन को बढाया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार के लिए जगह नही है, शिक्षकों के स्थानान्तरण के संबंध में स्थानान्तरण की नीति बनाई जा रही है। स्थानान्तरण हेतु किसी के बहकावे में नही आवें, जिसका स्थानान्तरण करना आवश्यक है उसी का किया जाएगा। प्रो. देवनानी ने बताया कि अगले वर्ष से पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा, इस वर्ष पूरक सामग्री के रूप में सात पाठ जोडें गए है। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान व सभी शिक्षक संगठनों को अभिनन्दन व सत्कार के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रो. बी.एल. चैधरी ने कहा कि श्रेष्ठ अध्यापकों के बावजूद समाज में सरकारी विद्यालयों की छवि में सुधार नही हो पा रहा है, इस संबंध में मंथन आवश्यक है। उन्होंने शिक्षकों को अपने नैतिक दायित्व का निर्वहन करते हुए समाज में सरकारी विद्यालयों की गरिमा को स्थापित करने की बात कही।
शिक्षक संध के पदाधिकारियों ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा, शैक्षिक विकास व व्यवस्था में गुणात्मक सुधार के लिए अभूतपूर्व कार्य किए है। जिसमें प्राचार्य के पदों पर पदोन्नति में महिला व पुरूषों को समान अवसर, डीपीसी का कार्य, आरटीई की समीक्षा, शैक्षिक प्रशासन में लैंगिक समानता एवं रिक्त पदों पर नियुक्ति आदि महत्वपूर्ण है। साथ ही सावित्राी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों व शिक्षा अधिकारियों के पद सृजित करने हेतु भी आभार प्रकट किया गया। राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान के प्राचार्य श्री भरत शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में संस्थान के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी। संस्थान के श्री रामनिवास वशिष्ठ ने आभार पत्रा का वाचन किया।
इससे पूर्व शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी का सभी शिक्षक संध के पदाधिकारियों ने साफा व मालाएं पहनाकर अभिनन्दन किया। अन्त में आभार उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री सुरेश शर्मा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर राजस्थान शिक्षक सेवा परिषद के श्री भागचन्द्र मण्डरावलिया, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के श्री भंवरसिंह राठौड, राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम की संरक्षक श्रीमती सावित्राी शर्मा, शिक्षक संघ राधाकृष्णन के श्री राहुल उपाध्याय, राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी परिषद के श्री रणवीर सिंह कच्छावा, राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ के श्री सुरेन्द्र सिंह, शिक्षक, अधिकारी एवं विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

error: Content is protected !!