बिजली, पानी, चिकित्सा की नियमित माॅनीटरिंग कर
दूर दराज के गांवों में व्यवस्था को सुनिश्चित करें
बैठक में संभाग के चारों कलक्टर एवं विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारी मौजूद थे
अजमेर, 15 जुलाई। संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेद्र भटनागर ने अजमेर संभाग के चारों जिलों में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर्स से कहा है कि वे बिजली, पानी, चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की नियमित माॅनीटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि उनके जिले के दूर-दराज के गांवों में इनकी व्यवस्था पूर्ण सुचारू रहें। उन्होंने कहा कि आम-जनजीवन सभी विकास कार्यों से जुड़ा हुआ है परन्तु इन विभागों की सेवाओं की हर क्षण जरूरत रहती है।
संभागीय आयुक्त आज प्रातः संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर व टोंक के जिला कलक्टर सहित विभिन्न विभागों के संभागीय स्तर के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बिजली, पानी, चिकित्सा के अतिरिक्त सड़क, शिक्षा, महात्मा गांधी नरेगा, कृषी, मिड डे मील, सामाजिक सुरक्षा, राजस्व लोक अदालत अभियान सहित सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों के तत्काल निस्तारण पर विस्तार में चर्चा की।
उन्होंने आगामी 22 जुलाई से जयपुर में हो रहे कलक्टर्स काॅफ्रंेस की अजमेर संभाग की तैयारियों के बारे में भी सभी जिला कलक्टर से विस्तार में विचार विमर्श किया।
सम्भागीय आयुक्त ने अजमेर विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता से कहा कि बारिश के इस मौसम में नीचे लटकने वाले तारों की पूर्ण जांच कराकर इन्हें तत्काल ठीक कराएं और मुख्य मार्गों पर इसकी निगरानी के पुख्ता इंतजाम करें। उन्होंने यह भी कहा कि निगम के कनिष्ठ, सहायक और अधीशाषी अभियंताओं के मोबाईल नम्बर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत, अटल सेवा केन्द्रों सहित अन्य प्रमुख केन्द्रों पर उपलब्ध कराएं जिससे किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल जानकारी दी जा सके। जानमाल की सुरक्षा करना सबसे प्रमुख दायित्व है।
डाॅ. भटनागर ने पेयजल और चिकित्सा सेवाओं के लिए विभाग के ग्रामीण स्तर पर नियुक्त कर्मचारी एवं प्राथमिक व केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर नियुक्त चिकित्सक व अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पूरी तरह से पाबन्द करने को कहा । उन्होंने कृषि विभाग के उपनिदेशक को भी निर्देश दिए कि काश्तकारों को वर्षा के इस समय में खाद, बीज व रासायनिक की किसी प्रकार की कमी नही हों तथा ग्रामीण क्षेत्रों पर निर्धारित वितरण केन्द्रों पर पूर्व में ही इन्हें वितरित कराने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सरकारी स्कूलों में छात्रा-छात्राओं को वितरत किए जा रहे मिड डे मील के समय पर वितरण और निर्धारित मापदण्ड के अनुसार उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
डाॅ. भटनागर ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तथा संभाग में विभिन्न योजनाओं में बनायी जा रही सड़कों के कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि आये दिन सड़कों के टूटने और पेचवर्क नहीं होने की शिकायत जनप्रतिनिधियों एवं अन्य स्तर से प्राप्त होती है जिसकी निगरानी की आवश्यकता है। जिला कलक्टर अपने स्तर पर अधिकारियों को लगाकर इसके निगरानी कराएं। उन्हांेने जिलों में विभिन्न विभागों के क्षतिग्रस्त व जीणशीर्ण अवस्था के भवनों के बारे में भी जानकारी करने के लिए जिला कलक्टर को कहा और बताया कि यदि किसी विभाग या कार्यालय के पास स्थान उपलब्ध नही है तो ऐसे भवनों की मरम्मत कराकर किराए के आधार पर चल रहे विभागों को भवन दिए जा सकते हंै।
संभागीय आयुक्त ने राजस्व लोक अदालत अभियान के तहत संभाग में हुए कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें जरूरतमंद काश्तकारों को वास्तविक लाभ मिला हैं । बैठक में सामाजिक सुरक्षा के तहत विभिन्न स्तर पर मिल रही पेंशन वितरण के संबंध में जानकारी ली और जिला कलक्टर से कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाले मामलों का निस्तारण तय अवधि मंे किया जाना चाहिए। उन्होंने जन अभाव अभियोग एवं सर्तकता समिति की नियमित बैठकों, महात्मा गांधी नरेगा योजना में कराए जा रहे ग्रामीण विकास कार्यों, सांसद व विधायक कोष से स्वीकृत कार्यों की प्रगति के बारे में भी चर्चा की ।
जिला कलक्टर अजमेर डाॅ. आरूषी मलिक ने बताया कि राजस्व लोक अभियान में अजमेर जिले में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। अब तक लगभग एक लाख 85 हजार मामलों का निस्तारण किया गया है। प्रत्येक सोमवार को उनके स्तर पर बिजली, पानी चिकित्सा, सड़क एवं अन्य महत्वपूर्ण विभागों की नियमित बैठक लेकर इनके कार्यों एवं आने वाले शिकायतों का निस्तारण किया जाता है। अजमेर जिले मंे लगभग सवा लाख छात्रा-छात्राओं को मिड डे मील का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने जिले में अवैध जल कनेक्शन हटाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की भी जानकारी देते हुए बताया की जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध पुलिस में मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। गत दिनों हुई पेयजल अनियमितता के बारे में भी बताया तथा विद्युत वितरण एवं पंचायत समिति मुख्यालयों पर की जा रही जनसुनवाई में आ रही शिकायतों की जानकारी भी दी।
भीलवाड़ा जिला कलक्टर डाॅ. टीना कुमार ने जिले की पेयजल व्यवस्था मंें सुधार के लिए चर्चा करते हुए चम्बल परियोजना के कार्यों में विभागीय स्तर पर तेजी लाने को कहा। जिले में कृषि विभाग
द्वारा खाद, बीज आदि के व्यापक प्रबन्ध किए गए है। चिकित्सालयों में चिकित्सा कर्मियों की कमी की जानकारी दी।
नागौर के जिला कलक्टर श्री राजन विशाल ने जिले में विद्युत वितरण व्यवस्था की समस्या, मीटर की कमी और बिजली चोरी के मामलों के बारे में बताया और मकराना सहित अन्य कस्बों में पेयजल के अनियमितता वितरण के सुधार पर ध्यान देने कीे तथा प्राथमिक एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की कमी के बारे में कहा।
टोंक जिला कलक्टर डाॅ. रेखा गुप्ता ने जिले में चल रहे राजस्व लोक अदालत अभियान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में बताया और सड़कों के निर्माण कार्य में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को नियमित रूप से निगरानी करने को कहा। उन्होंने जयपुर विद्युत वितरण निगम के अभियंताओं से जिले की विद्युत वितरण व्यवस्था को और दुरस्त करने के संबंध मंे भी सुझाव दिए।
बैठक में अजमेर विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता श्री बी.एस.रत्नू, संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डाॅ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया, जिला रसद अधिकारी अजमेर श्री सुरेश सिंधी, उप निदेशक स्थानीय निकाय सीमा शर्मा के अतिरिक्त जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त निदेशक, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री बी.एल.बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीशाषी अभियंता श्री अनिल जैन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उप निदेशक विजय लक्ष्मी गौड़, कृषि विभाग के उप निदेशक वी.के. शर्मा सहित प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के अधिकारी आदि मौजूद थे।
