महिलाओं के लिए र्शिर्मंदगी का कारण है खुले में शौच -डाॅ. मलिक

मालियों की बाड़ी और दादिया ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने लिया संकल्प, गांव को बनाएंगे खुले में शौच से मुक्त
PROAJM Photo (1) Dt. 06 AUgust 2015अजमेर 06 अगस्त। जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक द्वारा जिले को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत आज किशनगढ़ के पास मालियों की बाड़ी एवं दादिया ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को घरों में ही शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित किया गया। गांवों में स्कूली बच्चों एवं जागरूक नागरिकों की टोलियां गठित कर उन्हें खुले में शौच करने वालों को हतोत्साहित करने की जिम्मेदारी दी गई। ग्रामीणों ने भी संकल्प लिया कि वे अपने गांव को इस अभिशाप से मुक्ति दिलाएंगे। जिला कलक्टर खुद ग्रामीणों के बीच गई, उनके घरों में जाकर महिलाओं से बातचीत की, चैपाल पर चर्चा की और ग्रामीणों को समझाया कि वे जल्द से जल्द अपने गांवों को खुले में शौच से मुक्त करवाएं।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने गुरूवार को किशनगढ़ के पास मालियों की बाड़ी एवं दादिया गांवों में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान खुले में शौच से मुक्ति के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया । उन्होंनें कहा कि खुले में शौच एक अभिशाप है। केन्द्र व राज्य सरकार आमजन को इस अभिशाप से मुक्ति के लिए 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता भी दे रही है। लेकिन इस अभियान की सफलता के लिए जरूरी है कि सामूहिक रूप से प्रयास करें। सभी मिलकर सहयोग करेेंगे तो निश्चित रूप से सफलता हासिल होगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि खुले में शौच सबसे ज्यादा महिलाओं और बालिकाओं के लिए परेशानी का कारण है। घर में शौचालय नहीं होने से उन्हें अंधेरे में असुरक्षित और गंदगी भरे स्थानों पर शौच के लिए जाना पड़ता है। खुले में शौच गंावों में कई तरह की बीमारियों का कारण भी बनती है।
जिला कलक्टर ने गंावों के पुरूषों, स्कूली बच्चों और जागरूक युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने गांव में बदलाव लाने के लिए सक्रिय सहयोग करें। गांवों में खुले में शौच करने वालों को हतोत्साहित करें। खुले में शौच करने वालों को देखकर सीटी बजाने, उन्हें माला पहनाने जैसे उपाय इस लक्ष्य की प्राप्ति में कारगर साबित हो सकते है।
डाॅ. मलिक ने कहा कि ग्रामीण अपने निवास पर शौचालय का निर्माण करवाएं, उन्हें तुरन्त सहायता राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। शत-प्रतिशत शौचालय वाली ग्राम पंचायतों में केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाखों रूपए के विकास कार्य भी करवाएं जाएंगे। जो ग्राम पंचायत 14 अगस्त तक शत प्रतिशत खुले में शौच से मुक्त घोषित हो जाएगी उसके सरपंच, ग्राम सेवक एवं विकास अधिकारी को 15 अगस्त को अजमेर में जिलास्तर पर होने वाले स्वतंत्राता दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
गांवों में युवाओं एवं स्कूली बच्चों ने उत्साह पूर्वक कहा कि हम कल से ही ऐसे लोगों को हतोत्साहित करने के लिए सुबह टोलियां बनाकर निकलेंगे। जो भी खुले में शौच करता मिला उसके समक्ष सीटी बजाएंगे । गांव में एक भी घर ऐसा नहीं रहेगा। जहां शौचालय ना बना हों। दोनों ही गांवों में जागरूक नागरिकों की समितियां गठित की गई है। यह समितियां लोगों को घरों में शौचालय निर्माण के प्रति जागरूक करेंगी तथा खुले में शौच के प्रति हतोत्साहित करेंगी। इस अवसर जिला परिषद के ए.सी.ई.ओ. श्री जगदीश चन्द हेड़ा, किशनगढ़ उपखण्ड अधिकारी श्री अशोक कुमार स्वच्छ भारत मिशन के परियोजना समन्वयक श्री विजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित थे।
जिला कलक्टर डाॅ. मलिक एवं अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों को साथ लेकर गांव में लोगों से आग्रह किया कि खुले में शौच के अभिशाप को समाप्त करने के प्रयासों में सहयोग करें। डाॅ. मलिक मालियों की बाड़ी के पास जोगियों की ढ़ाणी में गई और ग्रामीणों के बीच भूमि पर बैठकर उन्हें पे्ररित किया। ग्रामीण भी जिला कलक्टर की इस सरलता से प्रभावित हुए और उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे इस कार्य में पूरा सहयोग करेंगे।

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