महत्वाकांक्षा और राजनीति विषय पर गोष्ठी का आयोजन
सांसद कक्ष में जन सुनवाई
राजसमन्द। सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामन्त्री हरिओम सिंह राठौड़ ने कहा की राजनीति मेरा पेशा नही पेशन हे और जँहा सेवा का भाव खत्म हो जाता हे वँहा राजनीति पेशन की जगह पेशा बन जाती हे। राजनीति में जड़ता की नही चैतन्यता की आवश्यकता हे। सहजता और सजगता के साथ किये गए कार्यों में त्रुटियों की सम्भावना क्षीण हो जाती हे लेकिन अति महत्वाकांक्षा धीरे धीरे सेवा के भाव को ही ख़त्म कर देती हे।
सांसद कक्ष में “महत्वाकांक्षा और राजनीति” विषय पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए राठौड़ ने कहा की हमने अपने छोटे छोटे स्वार्थों की वजह से राजनीति शब्द को ही हीन बना दिया हे और यही कारण हे की राजनीति जेसे सेवाकर्म से सामान्य व्यक्ति भी दुरी बनाने लगा हे। राठौड़ ने कहा की सही मायने में देश और समाज की सेवा करनी हे तो अति महत्वाकांक्षा को त्याग कर सरलता, सहजता और पारदर्शिता को गले लगाना पडेगा। भाजपा संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया की सांसद राठौड़ की अध्यक्षता में प्रातः 10 बजे कलेक्ट्री स्थित सांसद कक्ष मे महत्वाकांक्षा और राजनीति विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के पश्चात सांसद राठौड़ ने 11 बजे जिला परिषद् में आदर्श ग्राम तासोल के विकास के संबंध में सम्बंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के बाद 1.30 बजे से सांसद कक्ष में ही जनता के अभाव अभियोग सुने और इस सम्बन्ध में अधिकारियों से दूरभाष से वार्ता कर शिकायतों का समाधान किया। जनसुनवाई में अधिकतर निर्माणाधीन फोरलेन की समस्या ही प्रमुखता से आई जिस पर उदयपुर- गोमती परियोजना के अधिकारी आर पी सिंह को सांसद कक्ष में बुलाकर वार्ता करके पीडितो की समस्या का समाधान किया। गोष्ठी और जनसुनवाई के दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष नन्दलाल सिंघवी, जिला मंत्री गोपालकृष्ण पालीवाल, पूर्व चेयर मेन महेश पालीवाल और अशोक रांका, पूर्व शहर मण्डल अध्यक्ष प्रवीण नन्दवाना, पूर्व प्रधान सुरेश जोशी, युवामोर्चा जिला महामन्त्री मोहन कुमावत, जगदीश कुमावत, टीएसी सदस्य राजकुमार अग्रवाल, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष धीरज पुरोहित, पार्षद रमेश खींची, जवाहर जाट सहित कई कार्यकर्ता और समाजसेवी उपस्थित थे।
