शिक्षा राज्य मंत्राी ने किया प्रदेश के पहले सी.सी.टी.वी. सुविधायुक्त सरकारी स्कूल के कक्षों का लोकार्पण
सोमलपुर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई शुरूआत
अजमेर, 25 फरवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों को उनके अधिकारों से अवगत कराने तथा जागरूकता बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में सरकारी योजनाओं से संबंधित पाठ भी जोड़े जाएंगे। सरकार स्वच्छ भारत मिशन, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना एवं जल स्वावलम्बन अभियान सहित अन्य योजनाओं से जुड़े पाठ्यक्रम में जोड़ेगी। प्रदेश में शिक्षा की तस्वीर बदल रही है और हम तेजी से तरक्की कर रहे हैं।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज सोमलपुर में प्रदेश के सरकारी स्कूल में पहलीबार सी.सी.टी.वी. सुविधायुक्त कक्षा-कक्षों का लोकार्पण किया। उन्होंने बालिकाओं के लिए अलग से बने शौचालयों का भी लोकार्पण किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो. देवनानी ने कहा कि विद्यार्थी समाज में जागरूकता फैलाने के लिए सबसे मजबूत माध्यम है। प्रदेश में स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं जल स्वावलम्बन ऐसे विषय है जिनमें जागरूकता उत्पन्न किया जाना अति आवश्यक है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही स्वच्छता, स्वास्थ्य बीमा एवं जल स्वावलम्बन अभियान से जुड़े पाठों को पाठ्यक्रम में शामिल करेगी। कक्षा 6 एवं ऊपर की कक्षाओं में विभिन्न स्तरों पर इस विषय से जुड़े पाठ शामिल कर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने सोमलपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सी.सी.टी.वी. सुविधा वाले कक्षा-कक्षों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि राजस्थान में शिक्षा की तस्वीर बदल रही है। राज्य सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों का शैक्षणिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश के स्कूलों में कई सालों से रिक्त पड़े पदों को पदोन्नति के जरिए भरा गया है। शिक्षकों की सालों से लम्बित मांगों को पूरा किया गया है। अन्य समस्याओं का भी निराकरण किया जा रहा है। सरकार अपने प्रयासांे में कोई कमी नहीं रख रही है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए भी पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रयास किए जा रहे है। निशुल्क शिक्षा और मिड डे मील के साथ ही प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटाॅप एवं स्कूटी वितरण जैसी योजनाए भी लागू की गई है। बालिकाओं को साईकिल वितरण, ट्रांसपोर्ट वाऊचर एवं गार्गी पुरस्कार जैसी योजनाएं लागू हुई है। इसके अतिरिक्त भी कई तरह से विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विद्यार्थी वर्ग अपनी जिम्मेदारी समझे और मन लगाकर पढ़े, देश व समाज का नाम रोशन करे।
प्रो. देवनानी ने कहा कि शिक्षक वर्ग सरकार के इन प्रयासों में पूरा सहयोग प्रदान करे। सरकारी विद्यालयों के बच्चों के शैक्षणिक स्तर की समय समय पर जांच की जाएगी और इसके आधार पर ही शिक्षकों का मूल्यांकन होगा। अच्छे परिणाम देने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत और प्रोत्साहित भी किया जाएगा। इस साल से आठवी बोर्ड परीक्षा प्रणाली लागू की गई है। पांचवी कक्षा में भी डाइट स्तर पर परीक्षा लिए जाने की व्यवस्था की गई है। इस परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थी को एक माह बाद पुनः परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। यदि इसमें भी वह फेल हो जाता है तो उसे फेल माना जाएगा। शिक्षक विद्यार्थियों को पूरी गम्भीरता के साथ पढ़ाए ताकि उनका परिणाम अच्छा आए।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, जीव सेवा समिति के श्री जगदीश वच्छानी सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।