उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत को 28 मार्च को विधानसभा में बहुमत हासिल करना है। रावत सरकार अल्पमत में है। क्योंकि कांग्रेस के 9 विधायक बागी हो गए हैं। बागी विधायक अब भाजपा की शरण में हैं तो भाजपा के 27 विधायक 25 मार्च को पुष्कर में ब्रह्मा की शरण में आ गए। चूंकि 28 मार्च को भाजपा के 27 और कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को एक साथ उत्तराखंड की विधानसभा में घुसेड़ा जाएगा, इसलिए सभी 36 विधायकों का टाइम पास करवाया जा रहा है। कांग्रेस के 9 विधायक तो अज्ञात स्थान पर हैं। जबकि भाजपा के 27 विधायकों को इधर-उधर घुमाया जा रहा है। भाजपा के नेता कांग्रेस की तिकड़मों को जानते हैं इसलिए अपने विधायकों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। 25 मार्च को जब भाजपा के विधायक पुष्कर सरोवर के करमांचल घाट पर पूजा अर्चना कर रहे थे तब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता अजय भट्ट नजर नहीं आए। जो लोग विधायकों की निगरानी में लगे हुए थे उनके हाथ-पैर फूल गए। जब सरगर्मी से तलाश की गई तो अजय भट्ट सरोवर के ब्रह्मा घाट पर स्नान करते नजर आए। इस घटना के बाद भट्ट को हिदायत दी कि वे बिना बताए इधर उधर न जाएं। सभी विधायकों ने सरोवर की पूजा अर्चना करने के बाद संसार प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए। इसके बाद विधायकों को दोपहर के भोजन के लिए भाजपा के दमदार नेता भंवर सिंह पलाड़ा के होटल भंवर सिंह पैलेस में ले जाया गया। पलाड़ा के किलेनुमा होटल में प्रवेश के बाद भाजपा के बड़े नेताओं ने राहत महसूस की। क्योंकि पलाड़ा के होटल से कोई भी विधायक इधर-उधर नहीं हो सकता था। होटल में ही राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, प्रदेश भाजपा के महामंत्री कुलदीप सिंह धनकड़, संसदीय सचिव सुरेश रावत, अजमेर देहात भाजपा के अध्यक्ष भगवती प्रसाद सारस्वत, अजमेर के प्रभारी बीरम देव सिंह और स्वयं भंवर सिंह पलाड़ा ने मुलाकात की। शाम को भाजपा के सभी विधायक पुन: जयपुर पहुंच गए। माना जा रहा है कि विधायकों को 28 मार्च को जयपुर से सीधे ही देहरादून भेजा जाएगा।
भाजपा की बनेगी सरकार:
उत्तराखंड में भाजपा विधायक दल के नेता अजय भट्ट ने पुष्कर में पत्रकारों से कहा कि अब उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 9 विधायकों का समर्थन वापिस ले लेने के बाद भी मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधानसभा में बजट स्वीकृत करवा लिया। बजट पर स्वीकृति पूरी तरह असंवैधानिक हैं। भट्ट ने इस बात पर अफसोस जताया कि अल्पमत में आने के बाद भी हरीश रावत ने इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तराखंड में असंवैधानिक सरकार चल रही है। आगामी 28 मार्च को रावत को विधानसभा में अपनी स्थिति के बारे में पता चल जाएगा।
(एस.पी. मित्तल) (25-03-2016)
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