बच्चों को परिवार में प्यार दें

विहिप उपाध्यक्ष संजना चौधरी ने रखे विचार
20160725_180343ब्यावर, 25 जुलाई। विहिप की दिल्ली प्रांत उपाध्यक्ष व मातृशक्ति की राजस्थान संगोष्ठी प्रभारी संजना चौधरी सोमवार को ब्यावर पहुंची। यहां विहिप जिलाध्यक्ष नितेश गोयल, मातृशक्ति जिला प्रभारी अर्चना लोहिया, जिला संयोजिका निशा खंडेलवाल ने उनका स्वागत किया।
आशापुरा माता मंदिर में आयोजित बैठक में चौधरी ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में संयुक्त परिवार बिखर रहे हैं। स्वतंत्र रहने की चाह में एकल परिवार का चलन बढ़ गया है। बड़े-बुजुर्गों के सामने सिर पर घूंघट रखने वाली महिलाएं अब शॉटर््स पहनकर घूमने लगी है। दादी-नानी की गोद में खेलते हुए कहानियां सुनने वाले बच्चे अब मोबाइल में वॉट्सएप और फेसबुक पर खोए रहते हैं। डेढ-दो साल के मासूम बच्चों को परिवार में प्यार देने की बजाय माता-पिता प्ले स्कूलों में दाखिला करवा देते हैं। बचपन में जिन बच्चों को माता-पिता घर में संस्कार देने के बजाय प्ले स्कूलों में छोड़कर आते हैं वही बच्चे बड़े होकर माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज देते हैं। बेटियों पर भी नजर रखनी चाहिए ताकि परिवार की प्रतिष्ठा बनी रह सके। बैठक में तय किया कि आगामी 7 अगस्त को प्रबुद्ध महिला संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। दोपहर 2 बजे से आशापुरा माता मंदिर सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में सामाजिक समरसता व परिवार प्रबोधन पर चर्चा होगी। कार्यक्रम में शिक्षा, साहित्य, चिकित्सा, राजनीति व अन्य क्षेत्रों में सक्रिय प्रबुद्ध महिलाओं को आमंत्रित किया जाएगा। बैठक में अंजू शर्मा, मंजू भूतड़ा, साधना सारस्वत, संगीता द्विवेदी, तारा सोनी, ममता गुप्ता, मंजू काबरा, ममता पाखरोट, भारती कुमावत, कलावती माली, अंजू गर्ग, उर्मिला असावा, रेणुका जैथल्या व अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।

error: Content is protected !!