गोपालसिंह रावतपुरा
अजमेरनामा /फलसूण्ड में बिजली कटौती का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कब बिजली गुल हो जाएगी और कब वापिस बहाल होगी इसकी गारन्टी लेने वाला कोई नहीं होने से फलसूण्ड में ग्रामीण परेशान है। लेकिन बावजूद इसके बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों के साथ व्यापारी वर्ग को भुगतना पड़ रहा है। रविवार सोमवार को एक बार फिर बिजली की अघोषित कटौती ने बिजली पर निर्भर कामकाज को ठप्प कर दिया। हालात यह है कि दिन मे 30 बार बिजली गुल हुई है
..तो कैसे होंगे ऑनलाइन काम
एक ओर सरकार सभी कार्य ऑनलाइन कर रही है, लेकिन बिजली की व्यवस्था सही नहीं है। ऐसे में फलसूण्ड गांव के लोगों को आनलाइन काम करवाने में कईं प्रकार की दिक्कते झेलनी पड़ रही है। बिना बिजली के कम्प्युटर व दूर संचार सेवाओं की उपयोगिता नहीं हो पाती। जिसका असर ऑनलाइन होने वाले काम काज पर पड़ रहा है।
..फिर मेन्टिनेन्स पर क्या करते है
फलसूण्ड बिजलीघर में 10 ग्राम पंचायत पर दो लाइन मेन होने से ग्रामीणो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है गर्मी मे हाल बेहाल हो रहा है कटौती के दौरान तकनीकी सुधार की कार्यवाही महज औपचारिकता ही साबित हो रही है