जिले में पूरे जोर-शोर से चला प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान बीएसबीवाई से सम्बद्ध निजी चिकित्सालय ने भी बढ़ाया हाथ

पीएचसी छत्तरगढ़ में हुई 180 गर्भवतियों की जांच
एनीमिया से ग्रसित बीकानेर की भावी माताएं

Jasarasarमातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने एवं मातृत्व सेवाओं में सुदढ़ीकरण हेतु मंगलवार को जिला अस्पताल से लेकर ग्रामीण व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया गया। गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग विशेषज्ञों की देखरेख में प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई गयी। आवश्यकतानुसार टेटनस व आयरन सुक्रोज के टीके लगाकर आयरन-कैल्सियम सप्लीमेंट दिए गए। पीएचसी अक्कासर में बीसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा व डॉ. ताहिरा द्वारा गर्भवतियों को गर्भावस्था में लाभकारी सुरक्षित योग क्रियाओं का अभ्यास भी करवाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि समस्त पीएचसी व सीएचसी मिलाकर खाजूवाला खण्ड में कुल 223 महिलाओं की जांच की गई जिसमें 203 एनिमिक व 16 गंभीर एनिमिक पाई गई। साथ ही 14 महिला प्रसव के लिये जटिल हाईरिस्क श्रेणी में चिन्हित की गई। पीएचसी छत्तरगढ़ में सर्वाधिक 180 गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांचें हुई। कोलायत खण्ड में कुल 147 महिलाओं की जांच की गई जिसमें 109 एनिमिक व 8 गंभीर एनिमिक पाई गई। साथ ही 14 महिलाएं प्रसव के लिये जटिल हाईरिस्क श्रेणी में चिन्हित की गई। नोखा में कुल 85 महिलाओं की जांच की गई जिसमें 41 एनिमिक व 7 गंभीर एनिमिक पाई गई। साथ ही 12 महिलाएं प्रसव के लिये जटिल हाईरिस्क श्रेणी में चिन्हित की गई।
सीएमएचओ ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रति माह के निर्धारित प्रथम, तृतीय व चतुर्थ शुक्रवार को स्त्रीरोग विशेषज्ञ की देखरेख में सुरक्षित मातृत्व दिवस व उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक माह के चतुर्थ गुरूवार को प्रसूति नियोजन दिवस भी पूर्व की भांति यथावत आयोजित किए जा रहे हैं।

बीएसबीवाई से सम्बद्ध निजी चिकित्सालय व एनजीओ ने की भागीदारी
एनजीओ हिन्दुस्तान लैटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रोमोशन ट्रस्ट के मेरी गोल्ड हेल्थ नेटवर्क द्वारा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से सम्बद्ध श्रीराम हॉस्पिटल, बीकानेर में 7 से 9 माह के गर्भ वाली 30 गर्भवतियों की निःशुल्क प्रसव पूर्व जांच व गोदभराई की रस्म की गई। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष सुथार द्वारा गर्भवतियों की खुराक व सावधानियों के बारे में बताया गया। स्वास्थ्य विभाग से एनयूएचएम सलाहकार नेहा शेखावत व जिला आई.ई.सी.समन्वयक मालकोश आचार्य द्वारा सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राजश्री योजना व जननी शिशु सुरक्षा योजना की जानकारी दी गई।

ए.एन.सी. में होती है ये जांचें
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि प्रसव पूर्व जांचों के तहत हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, वजन, ऊंचाई, तापमान, पेट की जांच, भ्रूण की ह्रदय स्पंदन गति, एचआईवी व सिफलिस इत्यादि जांचे कर अधिक जोखिम वाली गर्भवतियों का चिन्हीकरण कर उनके सुरक्षित प्रसव की योजना बनवाई जाती है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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