मोबाइल-पर्स छीनने वाली गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश

bikaner samacharबीकानेर. ।
राह चलते लोगों से मोबाइल-पर्स छीनने वाली गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। सदर पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिर तार कर 31 मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि इस गैंग में 10 से 15 सदस्य हो सकते हैं। गैंग के शेष सदस्यों की धरपकड़ में पुलिस जुट गई है।

एएसपी सिटी नाजिम अली खान ने बताया कि शहर में पिछले कई दिनों से राह चलते लोगों से मोबाइल, पर्स व अन्य सामान छीना-झपटी करने की वारदातें हो रही थी।

पुलिस ने छीना-झपटी करने वालों को रंगे हाथों पकडऩे के लिए सदर सीआई लक्ष्मणसिंह, एसआई संदीप कुमार, हैडकांस्टेबल हनुमंत सिंह, विनोद कुमार, मांगीलाल, कांस्टेबल भगवान, रामनिवास, विजयसिंह एवं महावीरसिंह की टीम गठित की गर्ई। पुलिस टीम ने शहर में संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखनी शुरू की।

एएसपी सिटी ने बताया कि शनिवार शाम को गंगाशहर निवासी राजेन्द्र उर्फ चामेश उर्फ अमिताभ पुत्र कैलाश नायक, चौखूंटी निवासी गोविंद उर्फ गोविन्दा पुत्र पप्पूराम नायक और चौखूंटी निवासी जगदीश उर्फ जगिया पुत्र ओमप्रकाश नायक को गिर तार किया गया।

आरोपितों से पूछताछ की जिसमें आरोपितों ने 50-60 मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। फिलहाल तीनों आरोपितों से 31 स्मार्ट फोन (महंगे मोबाइल) बरामद किए गए हैं। एक मोटरसाइकिल भी आरोपितों से जब्त की गई है।

वीआईपी को बनाते अपना शिकार

एएसपी सिटी खान ने बताया कि आरोपी वीआईपी व्यक्तियों को अपना शिकार बनाते थे। वीआईपी व्यक्तियों में वे लोग जो डॉक्टर, सरकारी कर्मचारी और धनाढ्य लोगों पर अपनी नजर रखते।

उनका पीछा करते और जब वे सड़क या कम भीड़भाड़ वाले इलाके में खड़े होते और मोबाइल हाथ में होता तब पीछे से आकर मोबाइल या पर्स पर झपटा मारकर भाग जाते। आरोपी अपना नाम बदल-बदल कर दूसरे व्यक्तियों को अपना परिचय देते।

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