मुख्यमंत्राी घरेलू ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के अन्तर्गत कार्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें

Sr. Officers' meeting1-28.1.17अजमेर, 28 जनवरी। डिस्काॅम्स अध्यक्ष श्री श्रीमत पाण्डे ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि मुख्यमंत्राी घरेलू ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत आने वाले सभी कार्यो को समयबद्धता के साथ पूर्णं करें।
डिस्काॅम्स अध्यक्ष शनिवार को अजमेर में पंचशील स्थित काॅरपोरेट कार्यालय सभागार में आयोजित निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर ऊर्जा विभाग के सलाहकार श्री जी. आर. गुप्ता भी उपस्थित थे।
बैठक में अध्यक्ष डिस्काॅम्स ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मुख्यमंत्राी घरेलू ग्रामीण विद्युतीकरण योजना एवं दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के अतर्गत बंद एवं खराब मीटर बदलना, जले ट्रांसफार्मर बदलना, उपभोक्ताओं को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति, सतर्कता जांच, विद्युत छीजत में कमी आदि कार्यो को समय पर पूर्णं करें जिससे सरकार को विद्युत छीजत में कमी व उपभोक्ता को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति का लाभ होगा। उन्होंने सभी संभागीय मुख्य अभियंताओं से फीडर रिनोवेशन प्रोग्राम के तहत प्रथम चरण में पूर्ण हुए फीडरों की जानकारी ली। साथ ही जो फीडर पूर्ण हो चुके है उनकी विद्युत छीजत 15 प्रतिशत से कम होनी चाहिए उनकी सैम्पल चैकिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्युत बिलों की राशि निर्धारण के अनुसार शत प्रतिशत होनी चाहिए। जिन क्षेत्रों में रिकव्री का कार्य धीमी गति से हो रहा है उस पर सख्त कार्यवाही करें। ऐसे क्षेत्रा जहां विद्युत बिलों का भुगतान नहीं किया जा रहा है साथ ही जिन व्यक्तियों द्वारा अपवाद फैलाया जा रहा है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कार्यवाही करें व ऐसे क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी जाए। फीडर रीनोवेशन प्रोग्राम के तहत फीडर का कार्य पूर्ण होने पर, उस फीडर की छीजत 15 प्रतिशत से कम आने पर सीएलआरसी की दर की 50 प्रतिशत राशि फीडर इंचार्ज को प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी।
बैठक में ऊर्जा सलाहकार श्री आर. जी. गुप्ता ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्राी घरेलू विद्युतीकरण योजना के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों के एस्टीमेट तैयार कर उन्हें मांग पत्रा जारी करें व कनेक्शन देने की कार्यवाही करें ताकि जनहित में इस योजना का प्रचार-प्रसार हो। साथ ही आवेदकों को विद्युत सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे मुख्यमंत्राी घरेलू विद्युतीकरण योजना, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना एवं दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत किए जा रहे कार्यो को समय पर पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि इस योजना में ठेकेदार द्वारा किए जा रहे कार्यों मे सामान की कोई कमी एवं बिल भुगतान संबंधी कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। फीडर रीनोवेशन प्रोग्राम के प्रथम चरण के कार्य पूर्ण हो जाने पर दूसरे चरण के कार्यो का सर्वे करवाकर उनके एस्टीमेट बनाकर कार्य आदेश जारी करें।
प्रबंध निदेशक श्री एम. आर. विशनोई ने ‘‘मुख्यमंत्राी विद्युत सुधार अभियान‘‘ के तहत चल रहे फीडर सुधार कार्यक्रम के संबंध में खराब पड़े मीटर, कटी सर्विस लाइन एवं जले हुए ट्रांसफार्मरों के बदलें जाने एवं साथ ही विद्युत चोरी रोकने के लिए सतर्कता जांच करने, विद्युत छीजत कम करने एवं राजस्व बढ़ाने के लिए किए गए कार्यो की उपखण्डवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन उपखण्डों में इस योजना के अन्तर्गत कार्य धीमी गति से किए जा रहे हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण किया जाए। साथ ही द्वितीय चरण के कार्यो की योजना बनाकर उनके एस्टीमेट तैयार कर शुरू किये जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 30 जून, 2016 तक के लंबित पडे कृषि कनेक्शनों को 15 फरवरी, 2017 तक तथा 30 सितम्बर, 2016 तक के कृषि कनेक्शन 31 मार्च, 2017 तक जोडकर कृषकों को लाभान्वित किया जाए।
बैठक में प्रबंध निदेशक ने लोड रिडक्शन प्रोग्राम के तहत सभी वृत्त अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में छीजत को कम कर दिए गए लक्ष्यों के आधार पर कार्य करें। उन्होंने कहा कि वे अपने अधीन अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, राजस्व अधिकारी के साथ उपखण्ड में जाकर तकनीकी सहायक, मीटर रीडर एवं फीडर इंचार्ज से उनके द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी लें व उन्हें प्रेरित करंे कि आपके उपखण्ड में चालू मीटर को नहीं बदला जाए, खराब मीटर को जांच करके ही बदला जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मरों को भी वास्तविक जांच कर ही बदला जाए।
उन्होंने राजस्व वसूली के लिए सभी लेखाधिकारियों को निर्देश दिए कि बिल निर्धारण राशि के बराबर ही वसूली शत प्रतिशत होनी चाहिए। पुरानी बकाया राशि पर उपभोक्ताओं का तुरन्त विद्युत संबंध विच्छेद करें। साथ ही नए कनेक्शनों की बिलिंग समय पर करें। उन्होंने कहा कि कृषि उपभोक्ताओं के बडे हुए भार की राशि, सतर्कता जांच की जुर्माना राशि, आॅडिट द्वारा चार्ज की गई राशि की बिलिंग समय पर की जाए ताकि उक्त राशि की वसूली हो सके। उन्होंने कहा कि राजस्व निर्धारण शत-प्रतिशत हो इसके लिए आवश्यक संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
बैठक में निदेशक (तकनीकी) श्री के. पी. वर्मा, निदेशक (वित्त) श्री एस. एम. माथुर, संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री एन. एस. सहवाल (उदयपुर जोन), मुख्य लेखाधिकारी श्री बी. एल. शर्मा (एटीबी), अति. मुख्य अभियंता श्री वी. एस. भाटी(प्रोजेक्ट), श्री एन. एल. साल्वी (मुख्यालय), कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा, टी ए टू एमडी श्री मुकेश बाल्दी सहित समस्त अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

error: Content is protected !!