सरकारी तेल कंपनियों ने भले ही नए रसोई गैस कनेक्शन पर सफाई दी हो, लेकिन इससे आम जनता की दिक्कतें दूर होती नहीं दिख रहीं। न सिर्फ देश भर में नए गैस कनेक्शन लेने में परेशानियां बढ़ती जा रही हैं, बल्कि आम ग्राहकों के लिए एलपीजी सिलेंडर को रीफिल कराने में भी समस्या आ रही है। सब्सिडी पर लगाम लगाने की तेल कंपनियों की कोशिश को इस समस्या की जड़ माना जा रहा है। इसके तहत वे हर एक ग्राहक की पहचान सत्यापित करने का अभियान चलाए हुए हैं।
ग्राहकों की दिक्कतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं, क्योंकि तेल कंपनियों की तरफ से यह एलान किया गया है कि घरेलू गैस उपभोक्ता एजेंसी से अपना ग्राहक कार्ड जरूर हासिल करें। इसमें ग्राहक का कनेक्शन नंबर दर्ज होगा। इस कार्ड को दिखाए बगैर भरे हुए सिलेंडर की आपूर्ति नहीं होगी। तेल कंपनियों ने कहा है जिन ग्राहकों के पास ये कार्ड नहीं हैं, वे अपने गैस एजेंट से उचित फीस देकर इसे हासिल करें। जब भी गैस सिलेंडर देने डिलीवरी मैन आएगा, वह इस ब्लू कार्ड में एंट्री करेगा। साथ ही ग्राहकों को गैस मेमो पर हस्ताक्षर कर उसे लौटाना पड़ेगा। इससे तेल कंपनियों के लिए आने वाले दिनों में यह रिकॉर्ड रखना आसान हो जाएगा कि ग्राहकों को सब्सिडी वाले कितने गैस सिलेंडर दिए गए हैं। जब तक ग्राहक इस कार्ड को हासिल नहीं कर लेते, तब तक उन्हें गैस सिलेंडर रीफिल करवाने में दिक्कत हो सकती है।
तेल कंपनियों ने एक अन्य फैसले के तहत एकमुश्त गैस सिलेंडर लेने वाली आवासीय सोसाइटी की दिक्कतों को दूर करने का एलान किया है। ऐसी आवासीय सोसाइटी को कुल इकाइयों के आधार पर गैस सिलेंडर की आपूर्ति की जाएगी। मसलन अगर सोसाइटी में 300 मकान है जो उसे एक वर्ष में सब्सिडी वाले 1800 गैस सिलेंडर दिए जाएंगे। ये सोसाइटी अपने घरों में एक ही जगह से रसोई गैस की आपूर्ति करती हैं। चूंकि इन्हें तेल कंपनियों के रिकॉर्ड में एक ही गैस कनेक्शनधारक माना जाता है, इसलिए यह समस्या हो रही थी कि इन्हें साल में कितने सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर मिलेंगे।
तेल कंपनियों ने शनिवार को उक्त फैसला तो जरूर कर लिया है, लेकिन इससे नया कनेक्शन लेने वालों की दिक्कतें दूर नहीं हुई हैं। इस समय नया गैस कनेक्शन लेने वाले आवेदनकर्ता पर फैसला सीधे तेल कंपनियां कर रही हैं। गैस कनेक्शन देने का अधिकार गैस एजेंसियों से छीन लिया गया है। तेल कंपनियां आवेदनकर्ता के पहचान पत्र का मिलान अपने डाटा बैंक से कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके नाम पर देश के किसी दूसरे हिस्से में गैस कनेक्शन तो नहीं है। इस काम में चार से छह हफ्ते का समय लग रहा है।
1. ग्राहक अपनी गैस एजेंसी से हासिल करें ग्राहक नंबर कार्ड
2. नंबर कार्ड देने पर ही मिलेगा आपको गैस सिलेंडर
3. इस कार्ड में दर्ज होगा गैस रीफिलिंग का पूरा ब्यौरा
4. ग्राहक डिलीवरी मैन को कैशमेमो हस्ताक्षर कर जरूर लौटाएं।