कांग्रेसी नेताओं ने ने वक्तव्य जारी कर बताया संभाग के सबसे बड़े चिकित्सालय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में पीपीपी मोड पर संजीवनी संस्था को मरीजों को डायलिसिस करने का कार्य दिया हुआ है, गत 16 अक्टूबर को कंपनी के कर्मचारी व ठेके पर काम कर रहे चिकित्सा कर्मचारियों के मध्य विवाद होने के कारण डायलिसिस का कार्य बंद कर दिया गया ।अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद डायलिसिस चालू हुआ तो डायलिसिस की मशीन की मोटर खराब हो गई, जिससे पिछले 2 दिनों से डायलिसिस नही हो रहा है जिससे गरीब मरीजों को प्राइवेट डायलिसिस करवाकर बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।
कांग्रेसी नेताओं ने अजमेर जिला कलेक्टर एवं अस्पताल से प्रशासन से अविलंब वैकल्पिक व्यवस्था करने गरीब मरीजों को राहत पहुंचाने की मांग की है।