सुमित सारस्वत
राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित जसोल के भटियाणी माता धाम में आज शाम भयावह हादसा हो गया। यहां राम कथा के दौरान अचानक आए तूफान से पांडाल गिर गया। बिजली का तार टूटने से फैले करंट से अफरा-तफरी मच गई। कथास्थल पर हजारों श्रोता मौजूद थे। हादसे में 14 लोगों के मौत की खबर मिली है। वहीं 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। गम्भीर घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कुछ गम्भीर घायलों को जोधपुर रैफर किया है। कथावाचक मुरलीधर महाराज सुरक्षित बताए गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गया। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राशी डोगरा भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। कलेक्टर ने 14 मौत की पुष्टि की है। इस गम्भीर हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शोक जताया है। सोमवार को सीएम गहलोत बालोतरा पहुंचकर घायलों से मुलाकात करेंगे।
मृतकों में जोधपुर-अजमेर के भी
हादसे में बालोतरा निवासी देवीलाल पुत्र भीमाराम, जसोल निवासी सुंदरदेवी पत्नी जेहराम, जबरसिंह गोलिया, केवलदास संत, सांवलदास संत, पेमाराम पुत्र कुम्भाराम, मूंगड़ा निवासी चंपालाल पुत्र ताराचंद, जोधपुर निवासी अविनाश व्यास, जागसा निवासी इंदरसिंह पुत्र मोतीसिंह, अजमेर निवासी मालमसिंह पुत्र उम्मेदसिंह, जकसोल निवासी रमेश कुमार राठी, नेनुदेवी पत्नी हजारासिंह, पारलू निवासी जितेंद्र पुत्र जगदीश, पादरू निवासी नारंगी पत्नी जोगाराम के मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है।
मृतकों को मुआवजे की मांग
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने हादसे पर दु:ख व्यक्त करते हुए घटना की जांच के लिए सरकार से मांग की है। साथ ही पीड़ितों को 20-20 लाख का मुआवजा दिए जाने की मांग भी की। सरकार ने मृतक आश्रितों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है।