माता लक्ष्मी का जन्मदिन:-हम देवी लक्ष्मी को धन एवं समृद्धि की स्वामिनी मानते हैं। यह माना जाता है कि कार्तिक महीने की अमावस्या को राक्षस और देवताओं द्वारा समुन्द्र मंथन के समयदेवी लक्ष्मी क्षीर सागर से ब्रह्माण्ड में अवतरित हुई थी। इसी वजह से कार्तिक महीने की अमावस्या को माता लक्ष्मी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में दिवाली के त्यौहार के रूप में मनाना शुरू कियागया था।
नरकासुर वध:—–प्राचीन काल में राक्षसराज नरकासुर अत्यंत अत्याचारी था उसने अपनी जेल में 16000 औरतों को बंधी बना रखा था। भगवान कृष्ण ने नरकासुर को मार कर समस्त महिलाओंको मुक्त करवा के उनकी जान बचाई थी। इसीलिये दीपावली से एक दिन पूर्व चतुर्दशी को इस घटना को उत्सव के रूप में मनाया जाता है ।
Dr J.K. Garg