कला प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह

सूक्ष्म भावो को मूर्त रूप देना ही कला है । महाविद्यालय का कला विभाग ही उसका हृदय स्थल होता है l यह भाव कला विद राम जैसवाल ने दो दिवसीय कला प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए l
दयानंद महाविद्यालय के कला विभाग द्वारा वार्षिक कला प्रदर्शनी का उद्घाटन मंगलवार को प्रातः मुख्य अतिथि श्री राम जैसवाल एवं संभागीय संग्रहालय अधीक्षक नीरज त्रिपाठी के सानिध्य में हुआ l कॉलेज उपप्राचार्य एमके सिंह ने अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया l प्रदर्शनी में वर्ष पर्यंत विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए चित्रों एवं पेंटिंग को प्रदर्शित किया गया l इस अवसर पर त्रिपाठी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा जहांगीर काल में चित्रकला अपने चरम पर थी l अजमेर के राजकीय संग्रहालय में दीवारों पर 500 वर्ष पुरानी चित्रकला के अवशेष प्राप्त हो रहे हैं l शीघ्र ही उन पर रिसर्च की जाएगी l कला विभाग की व्याख्याता डॉ रितु शिल्पी ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों के कलाकारों से अतिथियों को मिलवाया एवं विद्यार्थियों के सत्रिय कार्य पेंटिंग के बारे में जानकारियां प्रदान की l कार्यक्रम में डॉ अनुपम भटनागर ने दयानंद महाविद्यालय के कला विभाग के इतिहास के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की l कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार सेठी द्वारा किया गया l कला विभाग के डॉ. शेर सिंह व डॉ. अनीता शर्मा ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा वर्ष पर्यंत किए गए अचीवमेंट के बारे में जानकारी प्रदान की l राजेश बुंदेल व नितिन ने सहयोग प्रदान किया l

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