बकलौली की बूंदी
राहत के रसगुल्ले
जुमलों की जलेबी
आश्वासनों के गुलाब जामुन
तृप्त हो गई जनता
अब बस भी करो भले मानुष
बचपन में भूखे पेट बहुत सुनी
राजा – महाराजा की कहानियाँ
ठंड से ठिठुरता शरीर
बातों में रजाइयां
तारकेश कुमार ओझा
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं।
संपर्कः 9434453934, 9635221463