आम आदमी पार्टी का राष्ट्र्व्यापी आक्रोश प्रदर्शन

नारे , पुतला दहन और तीव्र टिप्पणियों के साथ अजमेर संभाग मुख्यालय पर जोश से भरे हुए AAP कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

अजमेर संभाग प्रभारी की तल्ख़ टिप्पणी – चीन से तो भारत निपटेगा ही , सरकार को भी अब सच बोलने की आदत डालनी होगी और नागरिकों के जज़्बातों से खेलना छोड़ना होगा

आज दिनांक 20-6-20 को आम आदमी पार्टी द्वारा चीन के विरुद्ध राष्ट्र्व्यापी आक्रोश प्रदर्शन किया गया।
राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष श्री रामपाल जाट जी व प्रदेश सचिव श्री देवेंद्र शास्त्री जी द्वारा हर संभाग मुख्यालय से हर गाँव व ढाणी तक इस प्रदर्शन को ले जाने का आह्वान किया गया।

इसी कड़ी में अजमेर संभाग मुख्यालय पर हुए प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भारी संख्या में जुटे और चीन विरोधी नारे लगा कर अपने आक्रोश का इज़हार किया।
हाथों में तख़्तियाँ लिए व तिरंगा लहराते हुए नागरिकों ने अपने भारत के जाँबाज़ सैनिकों के जज़्बे को सलाम किया व शपथ ली कि जिस प्रकार सेना सरहद पर मोर्चा लेती है उसी प्रकार चीन से अब मोर्चा देश के भीतर भी लिया जाएगा।
अजमेर यूथ विंग अध्यक्ष राजवीर सिंह मझेवला के नेतृत्व में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का पुतला जलाया गया। सभी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अजमेर ज़िलाध्यक्ष दीपक गुप्ता ने चीन को ललकारते हुए कहा कि हमारी सहनशक्ति को हमारी कमजोरी ना समझा जाए , हम सब भारतीय मिलकर किसी भी दुश्मन राष्ट्र को नेस्तनाबूँद करने की ताक़त रखते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चीन निर्मित सामान के बहिष्कार करने की शपथ दिलवाई।
अजमेर संभाग प्रभारी कीर्ति पाठक ने आक्रोश प्रदर्शन के साथ हर भारतीय को निष्पक्ष भाव से आँख खुली रखने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि बीस सैनिकों की शहादत को भारत भूल नहीं सकता और इस का बदला लेना हम सब भारतीयों का दायित्व है पर साथ ही हमारा एक और दायित्व है कि हम अपनी आँख खुली रखें व अपने जज़्बातों को किसी भी स्वार्थ का मोहरा ना बनने दें।
हर मोर्चे पर फेल केंद्र सरकार अपनी विफलता को छिपाने का असफल प्रयास कर रही है –
सर्व दलीय बैठक में प्रधान मंत्री सीमा पर किसी भी प्रकार के विवाद से इनकार कर रहे हैं , अगर ऐसा नहीं है तो सीमा पर बीस जाँबाज़ कैसे खेत हुए ? अगर विवाद है ही नहीं तो सर्वदलीय बैठक का क्या औचित्य ?

आज चीन दु:साहस व भारत सरकार के उस पर लिए गए stand से इस समय कुछ प्रश्न खड़े हो गए हैं –
1. क्या गलवान घाटी पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया?
2. अगर चीन ने हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा ही नही किया तो चीन वार्ता किस विषय में चल रही है?
3. अगर क़ब्ज़ा नही तो 2.5 KM चीन पीछे कहाँ से गया?
4. हमारे 20 जवानो ने अपनी धरती आज़ाद कराने के लिये अपने प्राणो का बलिदान दिया , हम सब आक्रोशित हैं और भाजपा कह रही All is Well ?
आज आक्रोश प्रदर्शन में महिला अध्यक्ष मीना त्यागी , ज़िला महासचिव दिनेश गोयल, ज़िला सह सचिव चंदर बालानी , ज़िला प्रवक्ता एडवोकेट अर्चना जसराय , आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय यादव व प्रीतम, विधि प्रकोष्ठ के एडवोकेट जीतेश माहेश्वरी , शहर सचिव मुशाहिद अली , शहर उपाध्यक्ष देवांशु भट्टाचार्य , शहर कोषाध्यक्ष प्रशांत मिश्रा , ज़िला शहर कार्यकारिणी सदस्य महेश गंगवानी , आफ़ाक अली , कल्पित हरित , सतविंदर सिंह व अरमान अली सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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