dr. j k gargयाद रक्खें कि बापूजी ने कहा था कि “धर्म व्यक्तिगत मामला है | राज्य का मेरे धर्म से कोई समबन्ध नहीं है” | यह भी याद रक्खें की गांधीजी के लिये स्वच्छता एक काम या आदत नहीं वरन जीने का एक तरीका था | बापूजी ने कहा थाकि देश के भ्रमण के दोरान मुझे सबसे अधिक पीड़ा और तकलीफ गंदगी को देख कर हुयी थी |हमारी गरीबी की मुख्य वजह साफ़ सफाई एवं स्वच्छता की कमी है | नकल करनागलत है स्कूल केपहले ही वर्ष की, परीक्षा के समय की एक घटना उल्लेखनीयहैं। शिक्षा विभाग के इन्सपेक्टर जाइल्स विद्यालय कीनिरीक्षण करने आए थे। उन्होंने विद्यार्थियों सेअंग्रेजी के पांच शब्द लिखने को कहा उनमें एकशब्द ‘केटल'(kettle) था। गांधीजी नेउसकी स्पेल्लिंग गलत लिखी । शिक्षक ने इशारों में उन्हें पास बैठे छात्र की पट्टीको देख कर सही स्पेल्लिंग लिखने को कहा किन्तु ईमानदार मोहनदास ने नकल नहीं कीजिससे उन्हें अपने अध्यापक की डाट खानी पड़ी किन्तु वो दूसरे लड़कों की पट्टी मेंदेखकर चोरी करना नहीं चाहते थे |ऐसेथे बापू