माघी पूर्णिमा पर आज करें दान-पुण्य, मिलेगा विशेष फल

राजेन्द्र गुप्ता
आज यानी 27 फरवरी, शनिवार को माघी पूर्णिमा है।
माघ मास की अंतिम तिथि को माघी पूर्णिमा कहा जाता है। धार्मिक दृष्टि से यह तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन चंद्रदेव की पूजा के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा भी की जाती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत महत्व माना जाता है। माघी पूर्णिमा पर संयम से रहना, सुबह स्नान करना एवं व्रत, दान करना आदि नियमों का उल्लेख ग्रंथों में भी मिलता है। इस दिन खासतौर पर प्रयाग संगम पर स्नान करने का अत्यधिक पुण्यदायी माना गया है।

माघी पूर्णिमा से जुड़ी खास बातें….
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माघ में कल्पवास की परंपरा है। एक माह तक लोग संगम किनारे रहकर व्रत, संयम के साथ रहकर प्रतिदिन संगम में स्नान करते हैं और माघ पूर्णिमा के दिन कल्पवास पूर्ण करते हैं, इसलिए माघ पूर्णिमा को खास माना जाता है।धार्मिक मान्यता के अनुसार माघी पूर्णिमा पर जगत के पालनकर्ता श्री हरि भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इसदिन गंगाजल में स्नान करने, आचमन करने या फिर केवल स्पर्श मात्र से ही व्यक्ति को पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
ज्योतिष के अनुसार माघ मास की पूर्णिमा पर चंद्रमा मघा नक्षत्र और सिंह राशि में स्थित होता है। मघा नक्षत्र होने पर इस तिथि को माघ पूर्णिमा कहा जाता है।मान्यता के अनुसार माघी पूर्णिमा पर देवता भी गंगा स्नान के लिए प्रयाग आते हैं, इसलिए माघ मास की पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान करना बहुत शुभ माना गया है।

धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा पर प्रयाग गंगा संगम पर स्नान करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा के दिन मां सरस्वती के स्वरूप ललिता महाविद्या की जयंती भी है, इसके साथ ही संत रैदास की जयंती भी माघ पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस दिन पितरों का तर्पण करने और उनके नाम का दान करने से पितरों का बना रहता है। आपको आरोग्य की प्राप्ति होती है।

राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9611312076
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