नई दिल्ली, दिसम्बर, 2021- अयोध्या में आगामी राम मंदिर से प्रेरित होकर एनसीआर के त्रेहन डेवलपर्स ने अलवर में 200 एकड़ में फैली अपनी टाउनशिप ‘अपना घर शालीमार’ में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ‘अपना घर शालीमार’ में तकरीबन 4 एकड़ में बनाया जा रहा यह मंदिर अयोध्या के मूल राम मंदिर से प्रेरित है। मंदिर का फ्लोर प्लेट तकरीबन 11,000 वर्गफीट में फैला होगा।
त्रेहन डेवलपर्स द्वारा निर्मित यह बड़ी टाउनशिप मंदिरों, एक मस्जिद और एक गुरूद्वारे के साथ विभिन्न धर्मों के बीच सद्भाव का बेहतरीन उदाहरण है।
‘हमने 2023 के पहले अर्द्धवर्ष तक मंदिर का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा है। साल 2023 में ‘राम नवमी’ के पावन अवसर पर मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।’ त्रेहन ग्रुप के चेयरमैन हर्ष त्रेहन ने बताया।
एक अनुमान के मुताबिक राम मंदिर के निर्माण में तकरीबन रु 15-20 करोड़ की लागत आएगी। मंदिर परिसर में समारोहों जैसे शादियों आदि के आयोजन के लिए बड़े हॉल होंगे। इसके अलावा पुजारियों के रहने के लिए स्थान तथा पूजा आदि का सामान बेचने के लिए दुकानें भी बनाई जाएंगी। मंदिर परिसर की विशाल दीवार और पत्थरों की नक्काशी आगंतुकों के लिए आकर्षण केन्द्र बन जाएगी। इस दीवार पर 78 भित्तिचित्रों के माध्यम से पूरी रामायण लिखने का प्रयास किया जाएगा।
मंदिर के सामने खूबसूरत परिवेश के बीच हाथ जोड़े श्री हनुमान की 51 फीट की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, प्रतिमा के आस-पास सुदंर बगीचे होंगे। ऐसे में अलवर का यह राम मंदिर निश्चित रूप से आने वाले समय में विख्यात पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा। डेवलपर ने टाउनशिप में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं बनाने की योजना भी बनाई है। विश्वस्तरीय क्रिकेट एकेडमी के साथ-साथ यहां अलवर की एकमात्र बैडमिंटन एकेडमी भी होगी। इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप में एक ओल्ड-ऐज होम, एक स्कूल तथा अन्य सुविधाएं भी होंगी।
वर्तमान में डेवलपर अपना घर शालीमार टाउनशिप में लक्ज़री रिहायशी टॉवर- अमृत कैलाश और इसके आस-पास प्लॉटेड विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।त्रेहन ग्रुप 1989 के बाद से रिहायशी रियल एस्टेट में 10 मिलियन वर्गफीट की डिलीवरी दे चुके हैं। उन्होंने अब तक 16 परियोजनाएं पूरी की हैं और 12,000 से अधिक युनिट्स की डिलीवरी दी जा चुकी है।