सिंगापुर में गैंगरेप पीड़ित की मौत को सभी ने हिलाकर रख दिया है। सिंगापुर में मौजूद भारत के उच्चायुक्त टीसी राघवन ने इसे बेहद दुखद घटना करार दिया। पीड़ित का शव सिंगापुर से भारत के लिए रवाना हो चुका है। इससे पहले राघवन ने दोपहर बाद एक चार्टड प्लेन से शव को भारत भेजने की जानकारी दी थी। सिंगापुर से लड़की का शव दोपहर बाद भारत पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि पीड़ित को बेहद गंभीर हालत में यहां लाया गया था। उसको डॉक्टरों ने बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे।
भारतीय उच्चायोग ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में सुबह सवा आठ बजे बजे सिंगापुर में कहा कि पीड़ित के पार्थिव देह को उनके परिवार के साथ एक चार्टड प्लेन से भारत भेजा जाएगा। उच्चायुक्त राघवन ने इस पूरी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह इस दुख की घड़ी में पीड़ित के परिवारवालों के साथ हैं। उच्चायुक्त ने कहा कि इस घटना के संबंध में उच्चायोग को कई मैसेज मिले हैं जिनमें भारत और सिंगापुर से आए मैसेज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि काफी कोशिशें करने के बाद डॉक्टर युवती को बचा नहीं सके, जिसका उन्हें बेहद अफसोस है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की है पीड़ित जिस वक्त यहां पर लाई गई थी उस वक्त उसकी हालत काफी नाजुक थी और उसको बेहद गंभीर चोट थीं।
उन्होंने पीड़ित की मौत की वजह उसके कई अंगों के फेल होने को बताया। हालांकि उन्होंने वहां लाए जाने के दौरान पीड़ित की हालत पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यहां पर और भारत में सफदरजंग अस्तपाल के डाक्टरों ने पीड़ित को बचाने और उसकी हालत को सुधारने में पूरी कोशिश की थी। उन्होंने अपने निजी अनुभवों को आधार बनाकर कहा कि यह अस्पताल दुनियाभर में विख्यात है, लिहाजा यहां पर उसको बेहतर से बेहतर इलाज दिया गया। उन्होंने कहा कि शव को भारत भेजने से पहले सभी औपचारिकताओं को पूरा करने की कवायद की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन तेरह दिनों में पीड़ित ने काफी दर्द का सामना किया है, जिसे बयान किया जाना संभव नहीं है। भारतीय उच्चायुक्त ने कहा कि इस घटना के बाद प्रधानमंत्री की ओर से मिली जानकारी में उन्होंने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा को चाकचौबंद किया जाएगा और कानूनों में बदलाव भी किया जाएगा।