नेहरू चिकित्सालय में खराब मशीन ठीक करवायें:संभागीय आयुक्त

अजमेर। संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय मेडीकल रिलीफ सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सालय में लगी विभिन्न जांच मशीनों को चालू हालत में रखने, खराब मशीनों को तत्काल ठीक करवाने तथा चिकित्सालय में एलर्जी टेस्ट भी शीघ्र शुरू करवाने के निर्देश देते हुए चिकित्सालय को नगर सुधार न्यास की ओर से एक जनरेटर सैट उपलब्ध कराने का अनुरोध न्यास से किया है ।
श्रीमती गुप्ता ने बैठक में कहा कि मेडीकल रिलीफ सोसायटी की राशि का उपयोग मरीजों को अच्छी चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए खर्च करने का उद्देश्य है,बैंक में राशि जमा कराकर ब्याज प्राप्त करने का उद्देश्य बाद में है ।
संभागीय आयुक्त ने चिकित्सालय की ड्रेनेज सिस्टम के कारण फैल रही गंदगी और नालियों में भर रहे कचरे पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संभाग में सबसे बड़े चिकित्सालय में ऐसा नहीं होना चाहिए । उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण व अधिशासी अभियंता को निर्देश दिये कि वे 10 दिन में इसकी विस्तृत रिपोर्ट देकर व्यवस्था को दुरूस्त करने के सुझाव भी दें । उन्होंने हाल ही बनाये गये तीन नये वार्ड में भी ड्रेनेज सिस्टम की गडबड़ी के प्रति भी नाराजगी व्यक्त की ।
बैठक में जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सिंह भाटी, जवाहरलाल नेहरू मेडीकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी.के.सारस्वत, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. असेरी, चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अशोक चौधरी सहित वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नंदराम झामरिया, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. पुष्पलता गुप्ता सहित अन्य विभागाध्यक्ष चिकित्सक मौजूद थे ।
बैठक में चिकित्सालय में एलर्जी टेस्ट के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर के समान 350 रूपये की राशि लेने का निर्णय लिया गया । यह टेस्ट जयपुर एसएमएस के बाद अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय में ही प्रारंभ किया जा रहा है ।
संभागीय आयुक्त ने एडीएम सिटी के संयोजन में एक कमेटी भी बनाई है जिसमें सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता एवं चिकित्सक भी होंगे जो चिकित्सालय की ड्रेनेज व्यवस्था के संबंध में जांच कर निराकरण के लिए सुझाव देंगे ।
जिला कलक्टर ने बैठक में बताया कि चिकित्सालय की चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए मेडीकल रिलीफ सोसायटी की राशि का उपयोग करना चाहिए । उन्होंने चिकित्सालय के ट्रोमा वार्ड को सही तरीके से चालू करने, ट्रोमा एम्बुलेंस के लिए अनुबंध पर वाहन चालक रखने के सुझाव दिये । बैठक में चिकित्सालय में नवीनतम एमआरआई मशीन लगाने के संबंध में भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया । संभागीय आयुक्त ने दानदाताओं को प्रेरित कर ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के चिकित्सालयों में विकास के कार्य कराने के प्रयास करने को कहा।
चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अशोक चौधरी ने बताया कि नालियों के नीचे हो जाने से पानी कई जगह लीकेज हो रहा है जो दीवारों में आ जाता है । संभागीय आयुक्त ने चिकित्सालय की बिजली व्यवस्था को भी सुचारू बनाने को कहा ।

error: Content is protected !!