विवेकानन्द केन्द्र का यादव विला, शालीमार काॅलोनी में योग सत्र प्रारंभ
हमारे अस्तित्व के व्यक्त स्वरूप अन्नमयकोश है जिसे प्राणमय कोश की ऊर्जा संचालित करती है तथा ऊर्जा का भण्डार मन होता है तथा बुद्धिरूपी विज्ञानमय कोश उसे सही दिशा में प्रसारित करने का कार्य करता है। इन सभी का सम्मुच्चय ही योग कहलाता है। योग को व्यक्तित्व के द्विआयामी स्वरूप में जाना जाता है जहाँ बाह्य रूप में इसका प्रगटीकरण व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र के रूप में होता है वहीं आंतरिक रूप में यह शरीर, मन, बुद्धि एवं आत्मा के स्तर पर अनुभूत किया जा सकता है। उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान के प्रांत कार्यपद्धति प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा ने शालीमार विकास समिति, आदर्शनगर के सहयोग से विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा यादव विला, शालीमार काॅलोनी, आदर्शनगर में संचालित किए जा रहे योग एवं ध्यान सत्र के प्रथम दिन अभ्यास कराते हुए व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि इस योग सत्र की थीम भारत के लिए योग रखी गई है। विवेकानन्द सत्र प्रतिदिन प्रातकाल 6.00 से 7.30 तक संचालित हो रहा है।
युवा प्रमुख अंकुर प्रजापति ने आज के अभ्यासों में श्वसन अभ्यास, सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराया। क्रीड़ा योग के अंतर्गत श्रंखला खेल खिलाया गया। इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र के विभाग संपर्क प्रमुख रविन्द्र जैन, कार्यालय प्रमुख, गणपत सिंह, कार्यपद्धति प्रमुख बीना तोमर, साहित्य सेवा प्रमुख श्यामवीर सिंह, विस्तार संचालक जौहरी लाल लवास, सह संचालक तेज सिंह, युवा प्रमुख लक्ष्मी चैहान उपस्थित थीं। इस अवसर पर पार्षद देवेन्द्र सिंह शेखावत सहित शालीमार विकास समिति के विनोद जांगिड, रोहित कपूर, अमित गर्ग, योगेश जैन, सौरभ, दीप मिश्र आदि उपस्थित थे।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि सत्र का समापन 26 अप्रैल को किया जाएगा।
भारत भार्गव
नगर प्रमुख विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी
शाखा अजमेर