अजमेर उत्तर विधायक का आरोप – पेपर लीक में मंत्री स्तर तक जुड़े हैं तार

वासुदेव देवनानी
अजमेर, 11 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने पेपर लीक कांड में राजीव गाँधी स्टडी सर्किल के डॉ बिनय सिंह को ईडी के बुलावे पर राज्य सरकार पर हमला बोला है। देवनानी ने कहा कि ईडी के बुलावे से साफ़ है कि पेपर लीक में कांग्रेस सरकार के एक मुखी और मंत्री की सरपरस्ती में चलने वाले संगठन और सरकार के कद्दावर लोगों का हाथ है। आरपीएससी जैसी पवित्र संस्था में बाबू लाल कटारा जैसे लोगों की नियुक्ति किसके इशारे पर हुई यह भी जांच का विषय है।
अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने राजीव गांधी स्टडी सर्किल के डॉ बिनय सिंह को पेपर लीक मामले में ईडी के बुलावे पर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि हम पेपर लीक के समय से कह रहे हैं कि इस कांड में सरकार के कद्दावर लोगों का हाथ है। राजीव गाँधी स्टडी सर्किल कांग्रेस के एक मंत्री की सरपरस्ती में चलता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इनकार करते रहे हैं कि इस मामले में सरकार के किसी प्रतिनधि या अफसर का हाथ नहीं है। सरकार का पेपर लीक से कोई लेना देना नहीं है। अब गहलोत अपने लोगों को बचाने के लिए क्या बहाना बनाएंगे।
देवनानी ने कहा कि रीट का पेपर लीक कांड प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के सपनों पर कुठाराघात था। यह बहुत गंभीर बात है कि यह सब सरकार के प्रतिनिधियों और अफसरों की जानकारी और मिलीभगत से हुआ। सब जानते हैं कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल का सर्वेसर्वा कौन है, कौन इस पेपर लीक को लीड कर रहा था ।
देवनानी ने आरपीएससी में बाबूलाल कटारा की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कटारा को किसके कहने पर और क्यों नियुक्त किया गया, इसकी भी निष्पक्ष जाँच हो तो सारा मामला साफ़ हो जाएगा।

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