– देवनानी ने विशेष उल्लेख के माध्यम से सदन के रखी शहर की दो बड़ी समस्याएं
देवनानी ने कहा कि इस बार मानसून की पहली बरसात ने ही अजमेर शहर और प्रशासन के हाथपांव फूला दिए। ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो गया। समय पर नालों की सफाई नहीं होने और बरसाती पानी की निकासी की सुचारू व्यवस्था नहीं होने से शहर की सडकें दरियां और कॉलोनियां समंदर बन गई। शहरवासी पूरे 5 दिन तक घरों में कैद होने को मजबूर हुए। आनासागर के आस-पास की कॉलोनियों के तो हालत और भी खस्ता हुए। जलमग्न सडकों पर पग-पग पर बने गहरे गडढों ने ‘कोढ में खाज’ का काम किया। वाहनचालकों के साथ साथ पैदल चलने वाले सैकडों लोग तक भी दुर्घटना का शिकार हुए।
उन्होंने कहा कि पहली बरसात में ही सडक निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की पोल खुल गई। सडकें जगह जगह से टूट गई जो मरम्मत के अभाव में आज भी दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है। शहर में आज भी सीवरेज ओवरफ्लो है। प्रशासन स्मार्ट सिटी योजना के तहत 14 हजार घरों को सीवरेज कनेक्शन से जोडने का दावा कर रहा है जबकि हकीकत यह है कि जगह-जगह सीवरेज के चैंबर टूटे पडे है। गंदा पानी सडकों पर बह रहा है। इस दौरान देवनानी ने ‘‘शहर के ड्रेनेज सिस्टम को स्थाई रूप से दुरूस्त करने एवं शहर की बदहाल सडकों की दुर्दशा सुधारने हेतु तत्काल आवश्यक बजट का आंवटन कर, सम्बंधित विभागों को शीघ्र पाबन्द कराएं जाने की मांग की।