*बुद्धि, दूरदर्शिता और साहस के धनी थे राठी*

-सादगी, सरलता और विनम्रता की मिसाल थे आरपीएससी के दिवंगत सदस्य जसवंत सिंह राठी
-खुद कैंसर रोग से ग्रस्त थे, इसलिए कैंसर रोगियों के मार्गदर्शन के लिए ’’मेरा युद्ध-कैंसर के विरूद्ध’’ किताब भी लिखी
-आरपीएससी परिवार ने अपने दिवंगत सदस्य को शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की

👉सादगी, सरलता, सहजता, विनम्रता और शालीनता के पर्याय थे राजस्थान लोक सेवा आयोग के दिवंगत सदस्य जसवंत सिंह राठी। राठी पत्रकारिता जगत से भी जुड़े हुए रहे थे। यूं तो वे एक अच्छे शिक्षाविद भी थे, लेकिन पिछले कई दिनों से भयावह बीमारी कैंसर से जूझ रहे थे। जीवन संघर्ष की इसी कशमकश से जूझते हुए उन्होंने 2 जून को जयपुर में अंतिम सांस ली। वे करीब 60 वर्ष के थे, लेकिन जिंदादिली उनमें कूट-कूट कर भरी हुई थी। परायों को भी अपना बना लेने की कला उनमें थी। जो भी उनसे एक बार मिल लेता था, तो उनका प्रशंसक बन जाता था। अपने कार्य के प्रति बेहद ईमानदार, निष्ठावान और लगनशील राठी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी कुछ माह काम किया। उनकी नियुक्ति राजस्थान लोक सेवा आयोग में बतौर सदस्य 14 अक्टूबर, 2020 को हुई थी। अपने दिवंगत सदस्य राठी को राजस्थान लोक सेवा आयोग परिवार ने सोमवार को शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। राठी के जीवन एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आयोग अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय ने कहा कि राठी अदम्य इच्छाशक्ति के धनी थे। उनकी सकारात्मक सोच का ही परिणाम था कि वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से एक योद्धा की भांति लडे़। आयोग के सदस्य केसरी सिंह ने कहा कि आयोग की प्रक्रियाओं के संवर्द्धन में राठी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिकूल स्वास्थ्य के बाद भी उनके द्वारा बतौर सदस्य अपने कर्त्तव्यों का निरंतर पूर्ण ईमानदारी व निष्ठा से पालन किया गया। आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि सदस्य का पदभार ग्रहण करने से पूर्व राठी पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी प्रखर लेखनी से समाज को दिशा देने का कार्य किया। कैंसर रोगियों के मार्गदर्शन के लिए राठी द्वारा ’’मेरा युद्ध-कैंसर के विरूद्ध’’ नामक एक पुस्तक भी प्रकाशित की, जिसमें उन्होंने रूग्णावस्था के दौरान आत्मबल को स्वस्थ होने की कुंजी बताया। वह बुद्धि, दूरदर्शिता और साहस के धनी थे। राठी का आदर्श वाक्य ’’वारियर्स डोंट गिव अप’’ एवं उनके कार्य भविष्य में भी हम सभी का पथ प्रदर्शित करते रहेंगे। आयोग के विशेषाधिकारी चेतन त्रिपाठी ने कहा कि राठी को उनके अच्छे कार्यों के लिए सदैव याद किया जाएगा। आयोग के वरिष्ठ उपसचिव एसएन शर्मा, अजयसिंह चौहान सहित अनेक अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी राठी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक नेक व्यक्ति बताया।

✍️प्रेम आनन्दकर, अजमेर।
📱08302612247

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