जो करेगा वह भरेगा
अजमेर घटनाक्रम पर आचार्य सुनील सागर जी महाराज का संदेश आत्म विश्लेषण करें समाज
किशनगढ़ की पावन धरा पर चतुर्मास कर रहे आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने कहा कि जो करोगे वही भरोगे
अजमेर में चल रहे कुछ दिनों से इस घटना के तहत आचार्य श्री ने कहा कि समाज का नेतृत्व कुशल हाथों में होना आवश्यक है गलत लोगों के हाथों में होने से समाज दिशाहीन हो सकता है
आचार्य श्री ने कहा की समाज में पंचायती वही लोग करते हैं
जिनकी खुद के घर में नहीं चलती कुशल नेतृत्व का अभाव प्रभावशील नहीं होता
निष्कासन से कुछ फर्क नहीं पड़ता समर्पित लोग समर्पित ही होते हैं
खुद की गलतियों का ठीकरा दूसरों के सर फोड़ना उचित नहीं कर्म प्रधान धर्म है जैसा कर्म करते हैं वैसा ही फल पाते हैं आचार्य गुरुदेव सुनील सागर जी महाराज ने अजमेर में चल रहे दोनों मुनिराज के विहार संदर्भ मैं अपनी बात को कहते हुए यही समझाया कि जीवन में कभी-कभी हठ धर्मिता से हटकर एडजस्ट करना भी सीखे जो व्यक्ति समायोजन कर लेता है वह आगे बढ़ता है प्रगति करता है समाज को आगे ले जाता है साधु कभी किसी का बुरा नहीं चाहता साधु अमृत भी है साधु विष भी है अब आप अपने स्वभाव से जो ग्रहण करना चाहिए कर ले
बड़ा बड़ा पंचायत के अध्यक्ष प्रदीप पाटनी एवं संदीप बोहरा ने कहा कि आचार्य श्री के इस संदेश में यही भावना छिपी है कि समाज एकत्रीकरण के भाव पर चले और हमने यही प्रयास करने की कोशिश भी की लेकिन कहते हैं ना कई बार किस्मत साथ नहीं देती लेकिन भावों को विशुद्ध अगर मन में हो तो अच्छा समय आ जाता है आचार्य श्री का संदेश यही है कि सदैव अजमेर समाज एक रहे साधुओं की सेवा करें साधुओं के लिए अपना समर्पण करें
संदीप बोहरा ने कहा कि समाज से निष्कासन कोई समाधान नहीं है बहुत कम गिनती के कार्यकर्ता है उसमें भी समर्पित बहुत कम है और समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ गलत होता है तो भावनाओं को ठेस पहुंचती है हमारा अब किसी से कोई बैर नहीं है ना हमें कोई शिकायत है हमने सिर्फ आचार्य श्री के आदेशों को उनके निर्देशों को पालन करने की कोशिश की थी
साधु संतों को धन दौलत नहीं चाहिए समर्पण साधुओं के प्रति होगा तो आशीर्वाद से ही हमारा जीवन खिल जाएगा
विगत तीन दिन पूर्व बड़ा धड़ा पंचायत के अध्यक्ष प्रदीप पाटनी एवं गुरु भक्त संदीप बोहरा को समाज ने निष्कासित कर दिया था और साथ में ही किशनगढ़ के चंद्र प्रकाश वेद के लिए अजमेर समाज ने निंदा प्रस्ताव पास कर दिया इस कारण से बहुत बड़ा विवाद अजमेर में हो गया था आज यह विवाद आचार्य श्री के आशीर्वाद के पश्चात शांत हो गया है इस संदेश से यही हमें सीखने को मिला है की गुरु चरणों में ही हमारा जीवन है हम गुरुओं की आजा का पालन करें