माननीय मुख्यमंत्री जी,
इस समय भगवंत विश्वविद्यालय के चेयरमैन दुष्कर्म के मामले में जेल में है और राजस्थान विधानसभा इसी दौरान एक एक्ट ला रही है जिससे इस दुष्कर्मी चेयरमैन का कार्य काल असीमित समय के लिए बढ़ जायगा। इस दुष्कर्मी चेयरमैन को किस बात का पुरस्कार दिया जा रहा है. यह न केवल महिलाओ का अपमान माना जायेगा अपितु विधानसभा का भी और सात करोड़ जनता का भी अपमान होगा। कृपया इस एक्ट को टेबल से हटवा कर अनजाने में हो रही त्रुटी को सही करे तथा नारी जाति की इस्जत की रक्षा करे. या चेयरमैन सर को बेगुनाह घोषित कर इतिहास को गन्दा होने से बचाए .
एक राजस्थानी