अजमेर। विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति अजयमेरू के तत्वाधान में स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म की सार्घ शती व श्री गोविन्द गुरू की शताब्दी के अवसर पर घर-घर सम्पर्क कर उनकी जीवन से प्रेरणा लेने वाली पत्रक व सामग्री वितरण किया तथा उनके जीवन क बारे में जानकारी प्रदान की गयी। इस अवसर पर सार्ध सती के समिति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द जी का सन्देश को आत्मसार्थ करने की आवश्यकता है। विवेकानन्द जी कहते थे – ‘उठो जागो तब तक मत बैठो जब तक की अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर लो।’ हमें देश के कल के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा, ओर हम भारत को उन ऊँचाईयो पर ले जायेंगे, जहाँ स्वामी विवेकानन्द की जीवन की परिकल्पना थी।
इस अवसर पर अन्य कार्यकर्ताओं ने भी मानगढ़ पर गुरू गोविन्द के नेतृत्व में चल रहे यज्ञ के लिये एकत्रित जनसमुह तथा उनके द्वारा चलाये भक्त आन्दोलन को कुचलने के लिये अगं्रेज सरकार द्वारा 17 नवम्बर 1913 को निर्दयता पूर्वक गोलिकाण्ड करते हुए पहाड़ी पर चल रहे यज्ञ को ध्वंस कर 15 सौ से अधिक भक्तगणों को मौत के घाट उतार दिया। मानगढ़ नरसंहार अग्रेंज शासन का बर्बरतम अत्याचार था, पर राष्ट्र संत गोविन्द गुरू का सम्पूर्ण जीवन भारत माता की सेवा में समर्पित रहा। मानगढ़ धाम की बलिदान की शताब्दि पर हम पूजय गोविन्द गुरू के जीवन से प्रेरणा ले और भारत माता के सपूत बनने के लिये संकल्प ले।
यह सामग्री आज शहर के विभिन्न कॉलोनियों में बांटी गयी ट्राम्बे स्टेशन, जटिया बस्ती, मलूसर, लौंगिया, बंजारा बस्ती, ओम नगर, हरी नगर, दाता नगर, हिम्मत नगर, इन्द्रा कॉलानी, रामदेव बस्ती, आतेड, खेलीपाड़ा, गुलाबबाड़ी, मिस्त्री मौहल्ला, कल्याणीपुरा, रेगर बस्ती, विनय नगर, धानका बस्ती, घोलाभाटा, जादूगर, सूर्य नगर, नगरा, भजनगंज, आदेश नगर आदि बस्तीयों में सम्पर्क कर उनके जीवन के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
-उमरदान
संयोजक
9414281331
