अहमदाबाद। बहु प्रतीक्षित लोकायुक्त बिल विपक्ष के विरोध के बावजूद गुजरात सरकार ने विधान सभा के बजट सत्र के अंतिम दिन सदन में पेश कर दिया। इसमें लोकपाल की तरह मुख्यमंत्री को भी पद पर रहते जांच से बाहर रखा गया है। नए लोकायुक्त के चुनाव में राज्यपाल की भूमिका नहीं रहेगी। लोकायुक्त का चुनाव एक 6 सदस्य की समिति करेगी। इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। समिति में मुख्यमंत्री, दो कैबिनेट मंत्री और विपक्ष के नेता होंगे। ये समिति केवल नामों का सुझाव दे सकती है। लोकायुक्त के चयन पर आखिरी फैसला मुख्यमंत्री का ही होगा। लोकायुक्त को हटाने की प्रक्रिया में राज्यपाल की भूमिका होगी।
बिल के विरोध में कांग्रेस नेता ने पॉइंट ऑफ आर्डर रखा। लेकिन विधान सभा अध्यक्ष ने उसे खारिज कर दिया। विधान सभा में विधयक पर बहस चल रही है जिसकी बहुमत से पारित होने की पूरी सम्भावना है।
फलदू फिर बने गुजरात बीजेपी अध्यक्ष
गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष आर सी फलदू एक बार फिर तीन साल के लिए अध्यक्ष चुन लिए गए। खुद पुरुषोत्तम रुपाला ने उनके नाम का प्रस्ताव आगे बढ़ाया। रुपाला खुद इस पद की दौड़ में थे।
फलदू के नेतृत्व में ही मुख्यमंत्री मोदी ने जीत की हैट्रिक लगायी। जो उनके फिर अध्यक्ष बनने का मुख्य कारण बना। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री थावर चंद गहलोत ने फलदू को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया।