उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अहंकार एवं हताशा से युक्त भाषण दे रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा जन कल्याण की योजनाओं के बारे में वे ऐसे बोल रहे हैं कि मानों जनता को निजी संपदा से भीख दे रहे हों। सरकार की प्रशासनिक अक्षमता के कारण ग्रामीण रोजगार, आवास योजना, खाद्य सुरक्षा जैसी योजनाओं से राज्य कोष पर बोझ बढ़ रहा है किन्तु जनता को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा हैं।
किरण ने कहा कि पहले भी चिकित्सालयों में कई औषधियां निरूशुल्क मिलती थी किन्तु अशोक गहलोत ने ही वर्ष 2000 में इन्हें बंद कर दिया था। सरकारी औषधियों की खरीद में भारी घोटाला हो रहा है। चिकित्सक स्वयं जनता से कह रहे है कि ठीक होना है तो बाजार से औषधियां खरीदो। ऐसी योजनाऐं तो कई राज्यों में चल रही हैं।
किरण ने कहा कि वसुन्धरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा को मिल रहे भारी जन समर्थन से मुख्यमंत्री एवं कांग्रेसी नेतागण हताश हो गए हैं। सरकार वादों की खिचड़ी से अपनी चुनावी सेहत सुधारने का प्रयत्न कर रही हैं। पर वे राज्य की विकास दर में कमी, भ्रष्टाचार, राबर्ट वाड्रा को लाभ पहुंचाने, महंगाई, पेयजल और बिजली जैसे संवेदनशील विषयों पर मौन क्यों है? कांग्रेस देश में नए जागीरदार और राजशाही बना रही हैं। वंशवाद की राजनीति को लोकतंत्र के मुखौटे से सही नहीं ठहराया जा सकता हैं।