महिलाओं ने सहलियों एवं बच्चों संग लिया मेला का आनन्द

beawar samacharब्यावर। रविवार एकादशी को शहर के विभिन्न मार्गाे से होते हुए मेला स्थल तेजा चौक, विजयनगर रोड़ प्राइवेट बस स्टेण्ड एवं सुभाष उद्यान परिसर में , शहरी एवं ग्रामीण महिलाओं ने अपनी सहलियों एवं नन्हें-मुन्हें बच्चों के संग तेजा मेला का आनन्द लेने केलिए दिनभर टोलियों के रूपमेें पहुंचती रही। रंग-बिरंगी वेशभूषा में महिलाओं ने बिना किसी शंका व संकोच के हंसते-मुस्कराते चाट-पकोैड़ी व अन्य खाने-पीने की वस्तुओं का सेवन किया। अपने व नन्हें बच्चों केलिए खिलौनों व श्रृंगार सामग्री सहित अन्य घरेलू उपयोगी वस्तुओं की खरीद-फरोख्त की तथा मेला स्थल में लगाये गए विभिन्न झूलों व चकरी का आनन्द उठाया।
महिला मेला दौरान कानून व शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए एसडीएम भगवती प्रसाद के दिशा-निर्देशानुसार पुलिस एवं प्रशासन ने सभी समुचित इंतजाम किये। एनसीसी, स्काउट व गाईडस ने इस बाबत् समुचित सहयोग किया। आजाद बालचर दल मेलार्थियों को ठण्डा पेयजल सुलभ कराने के लिए मुस्तैद रहा। मेला में चिकित्सा विभागीय आयुर्वेदिक टीम एवं ऐलोपैथिक टीम ने जरूरतमंद व्यक्तियों मौके पर ही इलाज़ प्रदान कर लाभान्वित किया। पेन्शनर समाज की ओर से सेवानिवृत अजयसिंह चौहान ने मेलार्थी महिलाओं को नशाबाजी से अपने परिवारजन को दूर रखने, दहेज का लेन-देन नहीं करने, कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने सहित ’’ बेटी बचाने ’’ जैसे विषयों पर प्रदर्शनी के माध्यम से समझाईश प्रदान कर सराहनीय कार्य किया। ईश्वरीय विश्वविद्यालय से समबद्ध स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा चरित्रा-निर्माण प्रदर्शनी लगाकर महिलाओं को उत्तम चरित्रा बनाये रखने संबंधी जानकारी दी गई। सायंकाल शहर के विभिन्न देवालयों से ठाकुरजी की (रेवाड़ी) सवारी आस्था एवं धूमधाम के साथ निकाली गई।
महिला मेला को दृष्टिगत रखते हुए मेला मजिस्ट्रेट मदलाल जीनगर, पुलिस उपाधीक्षक गोपीसिंह शेखावत, सीआई भूपेन्द्रसिंह , नगरपरिषद सभापति डॉ0 मुकेश मौर्य,नगरपरिषद आयुक्त प्रकाशचन्द जैन, मेला संयोजक दलपतराज मेवाड़ा , मेलासमिति सदस्य, महिला पार्षद सहित अन्य पार्षद, मेलाअधिकारी अपनी टीम सहित सतर्क एवं मुस्तैद देखे गए। महिला मेला दौरान खोये-पाये बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाने सहित विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाओं एवं तत्संबंधित गतिविधियों को स्थानीय जे0 स्काई चैनल ने सीधा-प्रसारण किया, जिसे लोगों ने सराहा।

महिलाओं हेतु दिनमें प्रथम बार हुआ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम महिला मेला दौरान
त्रिदिवसीय तेजा मेलावसर पर एकादशी को ब्यावर नगरपरिषद की ओर से मेला समिति के निर्णयानुसार महिला मेला दौरान दिन में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह प्रथम मौका था जब तेजा मेला दौरान मेलार्थी महिलाओं के मनोरंजनार्थ सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
रविवार को महिला मेला दौरान दिन में विजयकुमार शर्मा के निर्देशन में मयूरी म्यूजिकल ग्रुप ब्यावर के कलाकारों ने एक से बढ़ एक शालीनता भरे बेहतरीन कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर मेलार्थी महिलाआंे का स्वस्थ मनोरंजन किया। शहरवासियों को यह चर्चा करते हुए सुना गया िक इस अनूठे प्रयास को भविष्य में आगे भी ज़ारी रखा जाना अच्छा रहेगा।
राठी पवेलियन पर महिलाओं के लिए महिला मेला दौरान आयोजित हुए संास्कृतिक कार्यक्रम का संचालन युवा कलाकार अरूणसिंह चौहान ने अपनी चिर-परिचत अंदाज़ में किया। कार्यक्रम में सबसे खूबसूरत एवं रोमांचित प्रस्तुति करीब आठ वर्षीय नन्हें बालक लक्की राणा कीथी। लक्की राणा इस छोटी उम्र में शारीरिक संतुलन बेहतरीन ढंग से रखते हुए अद्भुत नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को दांतों तले अंगुली डालने को मज़बूर कर दिया ।
कलाकार श्याम भारती द्वारा ‘ यह सपना है दिल में ’ तथा ‘ मेरा कर्मा तू , मेरा सब कुछ तू’ ‘‘ दिल दिया है , जान भी दे दंेगे ए वतन तेरे लिए’’ देशभक्ति से ओतप्रोत गीत, टीना जयपुरी की मधुर आवाज के साथ – ‘‘ लूमां झूमां, गौरबंद नखरालौ ’’ तथा , कूकड़ौ-रे- कूकड़ौ ’’ गौरी द्वारा प्रस्तुत नृत्य संबंधी प्रस्तुति, प्रीति राव की ’म्हारे हिवड़े में पड़ गी कटार ’ एवं ’’ नीलगर मोर रंग दें ’’ लोकगीत व लोकनृत्य की प्रस्तुति, प्रीति व रॉकी छैला की रूणिचां टेशन पर रेल धमिड़ा पाडे़ बाबा को आयो बुलावो ’’पर युगल प्रस्तुति, कलाकार मौनिका द्वारा ’’ मैं तो परी होती, राजपरी होती ’’ संबंधित प्रस्तुति , शौकीन सपेरा का बीन वादन के अलावा चरी नृत्य एवं भवाई नृत्य कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी बड़ी मनभावन एवं आकर्षक थी। जिन्हें मेला आयेाजन से जुडे सज्जनों एवं दर्शनार्थी महिलाओं ने तालियांे की गड़गड़ाहट के साथ सराहना कर कलाकारों की हौंसला अफज़ाई की।

error: Content is protected !!